लेखनी प्रतियोगिता -12-Jun-2023 आज की नारी
शीर्षक-आज की नारी
आज की नारी करे कमाल,
समाज में करे धमाल।
बखूबी निभाई जिम्मेदारी,
ऑफिस हो या चार दिवारी।
कर्णम मल्लेश्वरी हो या सानिया मिर्जा,
हर क्षेत्र में निभाती अपना दर्जा।
मैं हूं आज की नारी,
किसी पर नहीं हूं भारी।
सूझ बूझ में होती आगे,
ऑफिस हो या हर क्षेत्र में भागे।
दबती न, आवाज उठाती,
ऐसी है आज की नारी।
सूझबूझ से घर चलाती,
हर क्षेत्र में अपना रूप दिखाती।
झर झर झरने जैसी,
ऐसी है आज की नारी।
आज की नारी यह कहती,
नहीं डरूंगी नहीं सहूंगी।
कठिनाइयों से नहीं हारती,
सारी जिम्मेदारी संभालती।
तरुवर की छांव जैसी,
आज की नारी होती ऐसी।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा प्रिया ✍️
Muskan khan
13-Jun-2023 04:41 PM
Amazing
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Sarita Shrivastava "Shri"
13-Jun-2023 12:41 PM
👌👌
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ऋषभ दिव्येन्द्र
13-Jun-2023 12:12 PM
बहुत खूब 👌👌
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