लेखनी प्रतियोगिता -13-Jun-2023 जलाओ नेह की बाती
शीर्षक-जलाओ नेह की बाती
विषय-रिश्ते
छंद-विधाता
जलाओ नेह की बाती, सदा जगमग करे रिश्ते।
बहाओ प्रीत की धारा, बनेगी हर्ष की किश्ते।।
सदा बाॅंधे रखो डोरी, अटल होगे सदा रिश्ते।
परुष वाणी सदा त्यागों, तभी अपने बने पुश्ते।।
सदा अनमोल ये रिश्ते, महकती आज है बगियाॅं।
निभाये प्रीत हम हरदम, सदा निर्मल बहे नदियाॅं।।
प्रफुल्लित आज है मानव, खुशी की सज रही लड़ियाॅं।
हृदय आभार करते प्रभु, बनायी मेल की गलियाॅं।।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा प्रिया ✍️
Abhinav ji
14-Jun-2023 09:11 AM
Very nice 👍
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Reena yadav
14-Jun-2023 06:55 AM
👍👍
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
14-Jun-2023 05:17 AM
बहुत ही सुंदर और बेहतरीन अभिव्यक्ति
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