प्रभु की अवधारणा
प्रभु
जीवन में जाने सर्वोच्च प्रज्ञा आज
प्रभु के नाम से पुकारते हैं उन्हें आज
शांति दया प्रेम परोपकार
से बनाते हैं विश्व को खुशहाल
सोचे समझे लगाएं विवेक
से पराजित करें दुर्गुणों को अनेक
वंदना विनय विवेक विकास
से बनाएं व्यवहार श्रेष्ठ आज
समाई हुई है प्रज्ञा विश्व में आज
पुकारते हैं जिसे विपत्ति में आज
अद्भुत आनंद अलौकिक सृष्टि
के रचनाकार हैं प्रभु आज
करता हूं धन्यवाद प्रभु को आज
जिसने दिया मानव जीवन आज
रचनाकार :- विनय पटेल
वानी
24-Jun-2023 07:58 AM
Nice
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Abhilasha Deshpande
22-Jun-2023 03:18 PM
बेहतरीन रचना
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
15-Jun-2023 09:12 AM
सुन्दर सृजन और बेहतरीन अभिव्यक्ति
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