Sapna shah

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अपने


🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁

जीवन के सफर में कई अंजान मिले 
कुछ भूल गए ,कुछ जिन्दगी बन गए 

कुछ गैर हमे ऐसे मिले 
फर्क सारे समझा गए
मिटाकर सारी हदे 
अपना हमें बना गए 

दर्द से जुड कर 
दिल में घर कर गया 
रिश्तों के सही मायने 
दूर रहकर भी समझा गया 

साथ जो पल पल दे रहा 
अनकहीं भी सुन रहा 
दिल की गहराइयों में जो उतर गया 
फरिश्ता वो हमें अपना बना गया 

साथ जो चित्र में हो 
क्या सच में वो साथ हैं ?
मजबूरी बनकर जो रह गए
क्या सच में वो अपने है?

कह ने को तो कई अपने है
बस जब तक आप अपने मन की नहीं करो ...


🍁🍁🍁🍁सपना 🍁🍁🍁🍁

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6 Comments

Pallavi

05-Jul-2022 03:16 PM

बहुत खूबसूरत

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Haaya meer

03-Jul-2022 04:06 PM

👌👌

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Seema Priyadarshini sahay

05-Oct-2021 11:53 AM

Very nice

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Sapna shah

05-Oct-2021 02:17 PM

Thanks

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