लेखनी कहानी -01-Jun-2023 कातिल कौन
भाग 43
तीन दिनों से हीरेन दा लगातार बहस कर रहे थे लेकिन वे न तो थक रहे थे और न ही रुक रहे थे । गजब की स्फूर्ति भरी थी उनमें । आखिर इतनी ऊर्जा कहां से मिल रही थी हीरेन को ? अदालत में मौजूद हर शख्स हीरेन की दलीलों और उनकी स्फूर्ति का दीवाना हो गया था । ये कोई नहीं जान पाया कि जब जब हीरेन दा की नजरें मीना की नजरों से टकरा जाती थी तब तब उन्हें मीना की कृपा बरसाती नजरों से ऊर्जा मिल जाती थी । इसके अलावा बीच बीच में मीना हीरेन को शरबती पान खिलाकर तरोताजा करती रहती थी । अपने नर्मो नाजुक हाथों से जब वह हीरेन को छूती थी तब हीरेन के दिल में ऊर्जा का एक प्रकाश पुंज सा चमक उठता था । सरकारी वकील नीलमणी त्रिपाठी भी हीरेन की क्षमता को देखकर दंग रह गया था । अदालत में "हीरेन हीरेन" का शोर गूंज रहा था । हर मुंह से "हीरेन हीरेन" की आवाज निकल रही थी ।
जनता का समर्थन पाकर हीरेन और अधिक ऊर्जावान हो गया था । वह दुगने उत्साह से बहस करने लगा ।
"योर ऑनर, कान्ता बाई की प्रेम कहानी बहुत लंबी है । उसे सुनाते सुनाते तो रात हो जाएगी । इसलिए मैं अब कान्ता बाई की प्रेम कहानी से हटकर विगत तीन वर्षों की कुछ खास घटनाओं की ओर श्रीमान का ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूं ।
दैनिक जागरण समाचार पत्र के दिनांक 30 जुलाई, 2020 के अंक में निम्न समाचार प्रकाशित हुआ था ।
"कल्पेश की पत्नी करिश्मा ने थाना हौज खास में रिपोर्ट लिखवाई है कि उसका पति दिनांक 29 जुलाई को सुबह घर से ऑफिस के लिए निकला था लेकिन वह देर रात तक घर नहीं लौटा है । उसका फोन भी स्विच्ड ऑफ आ रहा है । उसके ऑफिस में फोन करने पर बताया गया था कि वह ऑफिस से शाम को 5 बजे चला गया था । पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर कल्पेश की खोज शुरू कर दी है" ।
"मी लॉर्ड, ये कल्पेश और करिश्मा की फोटो है और ये समाचार पत्र दैनिक जागरण की प्रति है जिसमें यह खबर छपी है । लगभग तीन साल के बाद भी आज तक कल्पेश का कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है । करिश्मा की स्थिति का अंदाजा आप स्वयं लगा सकते हैं योर ऑनर" ।
हीरेन ने अपनी बात समाप्त भी नहीं की थी कि सरकारी वकील ने बीच में हस्तक्षेप करते हुए कहा
"ऑब्जेक्शन मी लॉर्ड, मेरे अजीज दोस्त जासूस महोदय अदालत में एक से बढ़कर एक कहानियां सुना रहे हैं । कभी मनोहर कहानी तो कभी कोई हॉरर कहानी । कहानियां सुना सुनाकर ये अदालत का समय बर्बाद कर रहे हैं । अब एक नई कहानी लेकर आ गये हैं जिसका इस केस से कोई ताल्लुक नहीं है इसलिए बचाव पक्ष के वकील महोदय की बहस पर अब पूर्ण विराम लगाने का आदेश पारित करें" ।
सरकारी वकील के हस्तक्षेप पर हीरेन उत्तेजित होने के बजाय मुस्कुराने लगा । "जिनके घर शीशे के होते हैं वे दूसरों के घरों में पत्थर नहीं फेंका करते हैं मी लॉर्ड । सरकारी वकील साहब ने अदालत में कितनी सुन्दर मनोहर कहानी सुनाई थी इसलिए इनको लगता है कि बाकी लोग भी अदालत में उनकी तरह से ऐसी ही सुन्दर सुन्दर कहानियां सुनाते हैं । मैं अदालत में कोई बात बिना सबूत के नहीं रखता हूं मी लॉर्ड । अभी मैंने आपके समक्ष दैनिक जागरण समाचार पत्र की प्रति प्रस्तुत की है जिसमें यह समाचार छपा है । इस समाचार का इस केस से बहुत गहरा संबंध है मी लॉर्ड, थोड़ी देर में सबको इसका पता चल जाएगा । अत: निवेदन है कि सरकारी वकील को आदेश दिया जाए कि वे बीच बीच में हस्तक्षेप नहीं करें और मेरी बहस को निर्बाध गति से चलने दें" । हीरेन ने एक व्यंगात्मक मुस्कान से सरकारी वकील को चिढाते हुए कहा ।
"ऑब्जेक्शन ऑवर रूल्ड । कम्प्लीट योर आर्गुमेन्ट्स एज अर्ली एज पॉसिबल" । जज साहब ने हीरेन को हरी झंडी देते हुए कहा ।
"थैंक्स मी लॉर्ड । तो मैं कह रहा था कि कल्पेश एक मल्टीनेशनल कंपनी में डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट के पद पर कार्यरत था । तीन साल पहले वह गायब हुआ था जो आज तक नहीं मिला है । उसे धरती निगल गई या आकाश खा गया, कुछ पता नहीं है मी लॉर्ड ।
कल्पेश के गायब होने की गुत्थी अभी सुलझी भी न थी कि 11 जनवरी , 2021 को टाइम्स ऑफ इण्डिया में एक खबर छपी "एक मशहूर व्यवसायी अजय मूंदड़ा के पुत्र संजय मूंदड़ा घर से लापता । संजय की पत्नी का रो रोकर हुआ बुरा हाल" । यहां पर भी वही कहानी है मी लॉर्ड । संजय मूंदड़ा घर से अपनी फैक्ट्री के लिए निकले थे लेकिन वे न तो फैक्ट्री पहुंचे और न ही वापस घर को पहुंचे हैं । उनका अपहरण होने की संभावना जताई जा रही है । पुलिस पूरी मुस्तैदी से संजय मूंदड़ा की तलाश कर रही है लेकिन अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है ।
इन दो घटनाओं से आम जनता में पुलिस की कार्य प्रणाली से बहुत असंतोष उत्पन्न हो गया था । पुलिस के आला अधिकारी भी इन घटनाओं से परेशान हो गये थे । उन्होंने इन दोनों व्यक्तियों को ढूंढने के लिए टीमों की संख्या और बढा दी थी मगर फिर भी उनका कोई पता नहीं चल सका था ।
इसी बीच अगस्त 2021 में दिल्ली के एक मशहूर डॉक्टर निर्मल जैन भी लापता हो गए । इस घटना के बाद लोगों का गुस्सा उबल पड़ा था और लोगों ने धरना प्रदर्शन वगैरह करने शुरू कर दिये थे । पुलिस ने शहर में गश्त और बढा दी थी लेकिन इससे लोगों के गायब होने का सिलसिला रुका नहीं अपितु और बढ़ गया । डॉक्टर निर्मल जैन के लापता होने के कुछ महीने बाद ही एक मशहूर मॉडल प्रियंका बिजलानी का ब्वाय फ्रेंड सलीम भी एक दिन अचानक गायब हो गया ।
लोगों के इस तरह गायब होने से दिल्ली के पुलिस कमिश्नर झल्ला उठे और उन्होंने इन केसों की जांच क्राइम ब्रांच के ए सी पी आदित्य जोशी को सौंप दी । आदित्य जोशी एक होनहार पुलिस अधिकारी हैं जिन्होंने हर उलझा हुआ केस सुलझा लिया था मगर वह इन केसों को सुलझा नहीं सके । ये चारों केस आज भी पुलिस की कार्य प्रणाली पर एक बदनुमा धब्बे की तरह चिपके हुए उसे चिढा रहे हैं ।
इन चारों केसों का क्या आपस में कोई संबंध है ? इसका सही सही उत्तर देने के लिए हमें एक बार इन सबकी पत्नियों या प्रेमिकाओं के फोटो अवश्य देखने चाहिए योर ऑनर । मैंने अदालत को कल्पेश और उसकी पत्नी करिश्मा का फोटोग्राफ दिखाया था । अब व्यवसायी संजय मूंदड़ा की पत्नी सविता मूंदड़ा का फोटो अदालत में प्रस्तुत कर रहा हूं । इसके अलावा डॉक्टर निर्मल जैन की पत्नी मोनिका जैन और मशहूर मॉडल प्रियंका बिजलानी की फोटो भी अदालत के समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूं । अदालत से निवेदन है कि वह इन समस्त फोटोग्राफ्स को गौर से देखे और इनमें आपस में समानता तलाश करे" । हीरेन ने वह समस्त फोटोग्राफ्स अदालत को सौंप दिए ।
जज साहब ने वे फोटोग्राफ्स हीरेन से ले लिए और उन्हें गौर से देखने लगे । बहुत देर तक उन्हें गौर से देखने के बाद भी वे उनमें कोई समानता नहीं ढूंढ सके तो थक हारकर वे हीरेन से कहने लगे
"जजों का काम बहस सुनना और फैसला सुनाना है जासूस महोदय । यदि समानता ढूंढने का कार्य जज लोग करना शुरू कर देंगे तो आप जैसे जासूस लोग फिर क्या करेंगे" ? जज साहब ने हीरेन को उलाहना देते हुए कहा ।
"योर ऑनर, इन फोटोग्राफ्स को गौर से देखने पर पता चलता है कि ये चारों औरतें बहुत सुंदर हैं । जवान हैं । इनकी उम्र लगभग 25 - 35 वर्ष के बीच की है । चारों ही औरतें या तो उच्च परिवार की हैं या फिर उच्च मध्यम परिवारों की हैं । थोड़ा और गौर से देखने पर कुछ खास बात भी पता चलती है योर ऑनर" । हीरेन ने जज साहब की आंखों में देखकर कहा
"क्या खास बात पता चलती है जासूस महोदय, जरा जल्दी से बताइए" ? जज साहब की बेचैनी देखने लायक थी ।
"योर ऑनर, इन सब औरतों के वक्ष सुडौल, उन्नत और विशाल हैं । ये सब औरतें "प्लस साइज" की हैं" । हीरेन धीरे से बोला ।
"प्लस साइज की होने से क्या निष्कर्ष निकालना चाहते हैं आप ? इसका इस केस से क्या संबंध है , जरा ढंग से समझाइए जासूस महोदय" । जज साहब के चेहरे पर तनाव स्पष्ट नजर आ रहा था ।
"ये सारी औरतें खूबसूरत और प्लस साइज की हैं योर ऑनर । इसका मतलब है कि इन सभी औरतों का संबंध किसी ऐसे आदमी से है जिसे सुन्दर और प्लस साइज की जवान औरतें पसंद हों । इन सभी औरतों का इस केस से बहुत गहरा संबंध है मी लार्ड । अभी तक आपने चार औरतों के फोटोग्राफ्स देखे थे । अब राहुल की पत्नी रीमा का भी फोटो देखिए माननीय" । हीरेन ने मुस्कुरा कर अपनी जुल्फों को झटका देकर ऊपर की ओर उठाते हुए और अधरों को गोल गोल घुमाते हुए सीटी बजाने लगा
"तेरा फूलों जैसा रंग तेरे शीशे जैसे अंग
पड़ी जैसे ही नजर मैं तो रह गया दंग
मेरे होते कोई और करे तेरे बारे गौर
ये ना होगा किसी तौर चाहे चलें छुरियां"
जज साहब रीमा का फोटो देखकर बोले "हां ये भी प्लस साइज की लग रही हैं पर इनका आपस में क्या कनेक्शन है" ?
"बहुत तगड़ा कनेक्शन है मी लॉर्ड । इनमें से चार औरतें तो शादीशुदा हैं जिनके पति न जाने कब से गायब हैं और एक जानी मानी मॉडल है जिसका ब्वाय फ्रेंड भी बहुत दिनों से गायब है । रही बात राहुल की तो वह भी गायब ही है । अब तो इनमें कनेक्शन जुड़ गया है ना योर ऑनर" ?
जज साहब को हीरेन की बातें समझ में नहीं आईं लेकिन वह यह कहकर अपनी बुद्धि का सार्वजनिक उपहास उड़वाना नहीं चाहते थे इसलिए वे चुपचाप ही बैठे रहे ।
"योर ऑनर, मैं यह कहना चाहता हूं कि इन पांचों औरतों के किसी एक व्यक्ति के साथ विवाहेत्तर संबंध हैं । वह एक व्यक्ति इतना चालाक किस्म का है जिसने इन सभी औरतों को अपने प्रेम जाल में फंसाकर रख रखा है । जैसे जैसे इन संबंधों का पता इन औरतों के पतियों या प्रेमियों को चलता गया वैसे वैसे वे सब एक एक कर गायब होते चले गये । मुझे तो शक है जज साहब कि इन पांचों औरतों के पति अब जीवित नहीं है । उनकी हत्या इन औरतों के प्रेमी ने ही की है ।
अब आप इन पांचों औरतों के फोटोग्राफ्स के साथ कान्ता बाई के फोटो का भी अवलोकन कीजिए । कान्ता बाई भी एक खूबसूरत, जवान और प्लस साइज की स्त्री है । इस प्रकार ये छहों स्त्रियां एक ही प्रेमी की प्रेमिकाऐं हैं इसलिए इस केस के तार इन छहों स्त्रियों से जुड़े हुए हैं । इनके पतियों की लाश आज तक कहीं से बरामद नहीं हुई है । इसका अर्थ है कि हत्यारा बहुत शातिर है वह अपने पीछे कोई सबूत नहीं छोड़ता है । ऐसे खतरनाक अपराधी के खिलाफ सबूत जुटाना कोई साधारण काम नहीं है मी लार्ड । फिर भी मैं कोशिश कर रहा हूं मी लॉर्ड कि ऐसे व्यक्ति के खिलाफ सबूतों के साथ ही बहस करूं" । हीरेन ने अपने बाल ऊपर की ओर झटक कर कहा ।
श्री हरि
28.6.23
Gunjan Kamal
03-Jul-2023 09:22 AM
बेहतरीन भाग
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Punam verma
03-Jul-2023 08:21 AM
Very nice
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Abhinav ji
01-Jul-2023 08:19 AM
Very nice 👍
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