Pramila singh

Add To collaction

लेखनी कविता -01-Jul-2023 प्रतियोगिता हेतु -आधे अधूरे मिसरे - प्रसिद्ध पंक्तियाँ - एक डोर में सबको जो

 प्रतियोगिता हेतु - एक डोर में सबको जो है बांधती वह हिंदी है


एक डोर में सबको जो है बांधती, वह हिंदी है l
 हम सबकी प्यारी भाषा हिंदी है l
माला से सजे स्वर और व्यंजन,
संयुक्त वर्णो की अपनी कहानी है l

जन्म पाया संस्कृत से इसने,
आज है इसका विशाल परिवार l
वर्षों पुराना इसका इतिहास,
नित नूतन लगती फिर भी ये आज l
हिंदी बनी भारत की पहचान l

धाराएं इसकी है आज अनेक,
जो मिलजुल इसे सजाए l
 भाषा (हिंदी) नहीं ये जीवन है 
बहती जाती इसकी धारा l
भावों का इसमें संगम न्यारा,
गंगा जमुना तहजीब का देखो नज़ारा l


#प्रतियोगिता आधे अधूरे मिसरे /प्रसिद्ध पंक्तियाँ 

   9
3 Comments

बहुवचन रूप के आधार पर,,, वर्णो,,,, नहीं,,, वर्णों,,, धाराएं इसकी है,, नहीं हैं,,, और सजाएं,,,, होगा

Reply

बहुत ही सुंदर और बेहतरीन अभिव्यक्ति

Reply

वाह लाजवाब

Reply