बचपन
बचपन
खाली पेट बढ़ता बचपन
गरीब की यही कहानी है
खाद्य सुरक्षा देंगे
सरकार की यही आवाज
लेकिन
भूख वित्तीय बाजारों में
खुले खेतों में क्यों
सड़ता अनाज
कोई
सुनता नहीं
भूख से मरता
करता
समाज और सरकार
यह सवाल
क्या ऐसे ही
कोरे वायदों से
चलता रहेगा काम
भूखे को रोटी
हर हाथ को देंगे काम
भाई भाई से लड़वा दिया
एक दूजे के
खून के प्यासे हम आज
वाह री राजनीति
वाह रे तेरा कमाल
वोट की खातिर
बांट दिया
भाईचारा और यह समाज
दो रोटी मिल ना पाए
वह कैसी सभ्यता समाज और सरकार खाली पेट
इंसान करें हमेशा यही सवाल
चांद पर पहुंचने की जल्दी में
क्यों भूल गए
पेट भरने का जुगाड़
खाली पेट
इंसान करें हमेशा यही सवाल
RISHITA
03-Jul-2023 10:36 AM
very nice
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Punam verma
03-Jul-2023 07:33 AM
Very nice
Reply
Gunjan Kamal
03-Jul-2023 06:44 AM
बहुत खूब
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