बापू
बापू
****
गांधी आज अगर तुम होते
देश देखकर अंसुवन रोते
भारत मां हो रही दुखारी
लूट रहे सब अत्याचारी
आंख बंद कर रहते सोते
गांधी आज अगर तुम होते
तुमने देश आजाद कराया
सत्य अहिंसा पाठ पढ़ाया
भूल गए सब पाठ तुम्हारा
ख़त्म हो गया भाई चारा
देश में दंगे देख के रोते
गांधी आज अगर तुम होते
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई
आपस में सब करें लड़ाई
नेता आपस में करते कुस्ती
सत्ता की बस है धींगा मुश्ती
देख लड़ाई तुम चुप होते
गांधी आज अगर तुम होते
भारत माता तुम्हें पुकारे
आ जाओ फिर लाल हमारे
कष्ट नहीं सह पाती हूं अब
मेरी तो अब छाती फटती है
दशा देख क्या रहते सोते
गांधी आज अगर तुम होते
आजादी का जो सपना देखा
धूल धूसरित आज हो रहा
हर गरीब अब तक गरीब है
नेता मालों माल हो रहा
क्या भ्रष्टाचारी चैन से सोते
गांधी आज अगर तुम होते
गांधी वाद का अन्त हों गया
भ्रष्टाचारी सन्त हो गया
नेता अब हो गया लुटेरा
नोटों से भरा है उसका डेरा
आजादी को देखके रोते
गांधी आज अगर तुम होते
स्वरचित:- विद्या शंकर अवस्थी पथिक कानपुर