वानी

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भरोसा

चैप्टर 5

                       भरोसा

अब तक आपने पढ़ा राहुल श्रेया को नए कपड़े पहनने के लिए कहता है, और सब ठीक है कहकर रेडी होने चला जाता है और श्रेया और तनुजा दोनो नाश्ता बनाने लगती हैं वही शौर्य बरबादी के बारे ने सोचने लगता है


अब आगे

दोनो नाश्ता बना रही थी तभी श्रेया पुछती है - "तुम यहाँ कैसे आइ बताया नहीं"

तनुजा एक्साइटेड होते हुए कहती है - "ओ हो मैं तो भूल हीं गई थी मैं गुड न्यूज़ देने आइ थी"

वो आगे कुछ बोलती उससे पहले ही श्रेया एकदम से बोलती है "तनु मुझे तुझसे ये उम्मीद नहीं थी, तू मेरे साथ ये कैसे कर सकती है, तुने मुझे कुछ बताया भी नहीं और गुड न्यूज देने आ गई ,क्या हुआ, कब हुआ,कैसे हुआ"

और वो उसके पेट पर हाथ रखते हुए कहती हैं "बेबी तुम जानते हो तुम्हें अपना ध्यान खुद रखना होगा तुम्हारी मां बहुत बदमाश है"

तनुजा उसे रोकते हुए कहती है "रुक जा, यार मैं प्रेग्नेंट नहीं हूं मैं बस इतना कह रही हूं ,मैंने upsc पास कर लिया है और मुझे 2 दीन बाद ट्रेनिंग के लिए हैदराबाद जाना है"

फिर हलकी उदासी के साथ केहती है "तुझे याद है हमारा सपना साथ में ips बनने का था और आज"

श्रेया मूसकूराते हूइ कहती है - "तू भूल रही है ips मुझे बनना था, तूझे शादी करनी थी" और हसने लगती है फिर कहती है "इतनी अच्छी खबर तु ऐसे बता रही है जैसे तेरा बाप तेरी पड़ोसन को लेकर भाग गया हो"

तनूजा उसे गूस्से में घूरते हूए कहती है - "तु..आज तू नहीं बचेगी"

और इतना बोलकर उसको मारने उसकी तरफ बढ़ती है तब तक श्रेया वहाँ से भाग जाती है! फिर क्या दोनों का चूहा बील्ली का खेल शुरू हो जाता है!

तनूजा अचानक भागते हुए रूक जाती है! और श्रेया को ध्यान से देखने लगती है

तनुजा को  रुका हुआ देख श्रेया उसके पास आ जाती है तो तनूजा उसके गले लग जाती है

तनूजा को गले लगते देख श्रेया पूछती है - "क्या हुआ"

तो तनूजा कहती है - "आइ मिस यू माइ बेस्टी"

उसकी बात सून राहुल कहता है - "माँ तो आपके साथ ही है"

तो तनूजा उससे कहती है - "तुम नहीं समझोगे"

वो उसे उपर से नीचे तक देखती है और कहती है - "क्या बात है आज तो तूम स्मार्ट लग रहे हो"

राहुल खुश होते हुए कहता है - "आप भूल रही हैं मासी माँ मैं पैदा ही स्मार्ट हूआ था सही कहा ना माँ?"

उसकी बात सून श्रेया घबरा जाती है, उसकी घबराहट समझते ही तनूजा कहती है "हा हा तू पैदा हुआ था तब बहुत सूंदर था, लेकिन बड़ा हूआ तो मवाली हो गया"

और हसने लगती है ,उसको हसता देख राहुल मूहँ बना लेता है  वो श्रेया के पास जाता है और कहता है

"मुझे माफ करदो माँ मैं, उन सब चिज़ो  के लिए माफी मांगता हु जो मैंने अबतक किया, उसके लिए सच में मैं बहुत शर्मिंदा हूँ, और अब मैं वादा करता हूं कि मैं कभी कुछ गलत नहीं करुंगा ,मुझे परवाह नहीं है कि मेरे पिता कौन हैं? मैं आपका बेटा हूँ और मेरे लिए यही पहचान काफी है"

श्रेया उसे शांत करवाती है और कहती है "मेरा बेटा दूनिया का सबसे अच्छा बेटा है, बस थोड़ा दूनिया की बातो में आ गया था लेकिन कोई बात नहीं मैं नाराज नहीं हूँ"

तनूजा राहुल को देखते हुए कहती है "तूम्हे क्या हुआ है जो इतनी इमोशनल बातें कर रहे हो"

राहुल श्रेया के गले लगते हुए कहता है "क्योंकि माँ कहती है कभी भी किसी और की गलती की सज़ा कीसी और को नहीं देनी चाहिए, सच क्या है मै नहीं जानता लेकिन ,मेरी माँ सही है मैं ये जानता हूँ"

उसकी बात सून दोनों मूस्कूरा देती हैं फिर तीनों नाश्ता करते हैं  श्रेया राहुल के साथ उसके स्कूल के लिए निकल जाती है


स्कूल प्रिंसिपल ओफिस

श्रेया बैठी प्रिंसिपल से बात कर रही थी तभी धड़ाम की आवाज़ के साथ दरवाजा खूल जाता है! सबकी नज़र उस तरफ जाती है! वहाँ एक आदमी खड़ा होता है! जिसकी उम्र 30 साल होगी काले बाल भूरी आखें हाइट 6'2 रंग गोरा!

उसे देख प्रिंसिपल खड़े हो जाते हैं श्रेया उसे बहुत ध्यान से देख रही थी अचानक उसकी नजर उसके माथे पर जाती है जहाँ चोट का निशान होता है!

तभी प्रिंसिपल सर कहते हैं "हेलो मिस्टर सिंह"

फिर श्रेया की तरफ इशारा करते हुए कहते हैं "ये हैं मिस श्रेया, राहुल की माँ"

फिर उस आदमी की तरफ इशारा करते हुए कहते हैं "ये हैं मिस्टर महेंद्र सिंह , गुंजन के बड़े भाई और सिंह एंटरप्राइजेज के सीईओ"

प्रिंसिपल सर की बात सून महेंद्र गूस्से में राहुल की तरफ बढ़ता है और उसे थप्पड़ मारने के लिए हाथ उठाता है तभी श्रेया उसका हाथ पकड़ लेती है और उसके सामने दोनों के बीच आकर खडी़ हो जाती है

और उसका हाथ झटकते हुए गूस्से में कहती है "हिम्मत भी मत करना मिस्टर सिंह"

महेंद्र उसे घूरने लगता है ,उसे श्रेया कूछ जानी पहचानी लगती है" पर फिर वो उसे साड़ी में और उसके सफेद बालों मे देख इग्नोर कर देेता है

और  गूस्से में कहता है "तूम मुझे जानती नही हो, मूझसे उलझने का अंजाम मौत होता है और तेरे इस चूजे की हिम्मत कैसे हुई मेरी बहन को हाथ लगाने की इसे तो मैं जान से मार दूंगा" वो आगे बढ़ता उससे पहले ही प्रिंसिपल सर बोलते हैं - "मिस्टर सिंह प्लिज़ बैठ कर बात करते हैं"

महेंद्र गूस्से में वही कुर्सी पर बैठ जाता है और कुर्सी श्रेया की तरफ करके एटीट्यूड  के साथ कहता है "तो मिस श्रेया अगर तूम मेरे सामने घुटने टेक कर माफी मांगो तो मैं तूम्हारे इस चूजे को ओह मुझे  माफ करना तूम्हारे इस नाजायज बेटे को माफ कर सकता हूँ"

उसकी बात सून राहुल चीखते हुए कहता है "मैंने कोई एसा काम नहीं किया है, जिसके कारण मेरी माँ को माफी मांगनी पड़े"

श्रेया उसका हाथ पकड़ लेती है और प्यार से केहती है "जब तक मैं ना कहूँ तूम कूछ नही बोलोगे" राहुल फिर चूप हो जाता है

महेंद्र फिर कहता है:- "जिसके बाप का नहीं पता, ना ही उसके खानदान का पता है, या यूँ कहें की मिस श्रेया को यही नहीं पता की ये किस रात का पाप है"

उसकी इतनी घटिया बात सून राहुल को बहुत गूस्सा  आता है वो आगे बढ़ता है उस्से पहले ही श्रेया उसे रोक लेती है! और ना में गरदन हीला देती है!

उसे मना करते देख राहुल सर नीचे झूका लेता है और उसकी आखों से आंसू की एक बूंद श्रेया के हाथ पर गीर जाती है उसे एसे देख श्रेया का दिल टूट जाता है वो गूस्से में पीछे मूड़ती  है और एक ज़ोरदार थप्पड़ महेंद्र के गालो पर जड़ देती है.......

क्या सच मे महेंद्र श्रेया को पहले से जानता है? क्या करेगी श्रेया ? क्या श्रेया राहुल को बचा पायेगी? क्या अंजाम होगा इस थप्पड़ का?

जानने के लिए पढ़ते रहिये मेरी कहानी "एक मां ऐसी भी" मिलते हैं अगले चैप्टर में तब तक के लिए बाय बाय

वानी #कहानीकार प्रतियोगिता

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3 Comments

Abhilasha Deshpande

13-Aug-2023 10:24 PM

Nice part

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अदिति झा

17-Jul-2023 12:05 PM

Nice 👍🏼

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Gunjan Kamal

17-Jul-2023 01:45 AM

👏👌

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