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मेरा घर और तुम

मेरा घर उजड़ गया। मैंने अलग अलग उपन्यासों और कहानियों से अपनी कहानी मिला कर देखी, हर नायक और नायिका के खाली फ्रेम में हमें बांधकर देखा, लेकिन हम किसी में ठीक से नहीं फिट बैठते। 
चेतन भगत, सत्यजीत रे, अगाथा क्रिस्टी, और सस्ते रद्दी कागज पर छपने वाले, जिनके कवर पेज पर कम कपड़े पहने लड़कियों, और शराब की बोतलें होती है, उन सबमें कहीं भी हम एक साथ नहीं रह पाए।
प्यार, और प्यार के नियम मुझे कभी नहीं समझ आए। 
मैंने बीसियों किताबें और तुम्हारी सारी तस्वीरें उलट पलट कर देख लीं, लेकिन कहीं भी ये नहीं लिखा था कि, प्यार करने के बाद जो थकान होती है उसे कैसे मिटाते हैं।
तुम्हारा हाथ पकड़ कर तुम्हे चूमते वक्त, या मेट्रो से बाहर उतरते वक्त, या सड़क पर तुम्हे गाड़ियों वाली तरफ से परे रख कर, मेरे बिस्तर पर बिखरे तुम्हारे बाल, और शृंगारदानी के शीशे पर लगा तुम्हारी महंगी लिपस्टिक का निशान, किसी पर भी नहीं लिखा था कि, वो सब एक उम्र के बाद फीका पड़ जाएगा।
तुम तो कहती थी कि मेरे दुख और तुम्हारे लिए मेरे प्यार के बीच में कुछ नहीं आएगा। शायद तुमने मेरे दुख को कम करके आंका होगा। मुझे तो अपना दुख उतारने में ही कई जन्म लग जाएंगे। 
और शायद तुम इतना रुकना नहीं चाहती, या शायद तुम थक गई हो।
पर मैंने तो हमेशा कहा कि मै तुम्हारे लायक था ही नहीं। प्रेम अंधा होता है ये तो कई ज़माने से लोग कहते आ रहे है पर शायद प्रेमांधता में आदमी सुनने भी कम लगता है।
एक उम्र बीत गई तुम्हे चाहते, और दूसरी मैंने गुज़ार दी, तुम्हारे तकिए पर बिखरे तुम्हारे आंसू बटोरते, अब आखिरी उम्र शायद उन आंसुओं को बो कर फूल बटोरने की है।
 मेरे जीवन के सबसे प्यारे फूल। तुम्हारा दिया सब है मेरे पास, तुम नहीं भी रहोगी तो क्या फर्क पड़ेगा, लेकिन घर उजड़ गया, और तुम्हे लगा कि ये थकान है, शायद घर और ज़ोर से टूटे होंगे, जिनके मालिक सड़कों पर रोया करते हैं, मेरा घर धीमे धीमे टूटा, कोई आहट ही नहीं हुई, इसीलिए सिसकियां सिर्फ मुझे सुनाई देती है, और मेरी थकी हुई प्रेयसी, मेरी बाहों में सोई रह जाती है।
और टूटा फूटा सा मेरा घर जिसमें मैं कम और तुम्हारा साया ज़्यादा रहता है। 
©✍️नितिन आर्या मुन्तज़िर

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8 Comments

Seema Priyadarshini sahay

12-Oct-2021 05:21 PM

Very nice

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Nitin arya muntzir

30-Oct-2021 07:41 PM

Thanks a lot seema ji 🙏

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Nitin arya muntzir

10-Nov-2021 09:37 PM

Thank you seema ji 😊

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Niraj Pandey

11-Oct-2021 07:03 PM

बहुत खूब

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Nitin arya muntzir

30-Oct-2021 07:42 PM

शुक्रिया नीरज जी 😊

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🤫

11-Oct-2021 02:26 PM

बहुत बढ़िया...

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Nitin arya muntzir

30-Oct-2021 07:42 PM

बहुत बहुत धन्यवाद अपूर्वा जी 🙏

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