लेखनी प्रतियोगिता -20-Jul-2023 करगिल रण में ध्वज लहराया
आल्हा छंद
आधार शीर्षक- करगिल रण में ध्वज लहराया
करगिल रण में ध्वज लहराया, करते फौजी तुम्हे सलाम।
अटल अचल थी मन की आस्था, आजादी का दिया कलाम।
सतत चले वीरों के आयुध, कभी नहीं रुकते हैं पाॅंव।।
ऐसे हैं भारत के फौजी, रक्षक बनकर देते छाॅंव।।
विक्रम बतरा ऐसे फौजी, करो स्मरण अब तुम इतिहास।
हृदय चीरकर निकली गोली, फिर भी रिपु पर करे कटास।।
कामयाब जब रण में होता, लगता जैसे है नव भोर।
जीत खुशी में गाए नारा, देखो अब दिल माॅंगे मोर।।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा प्रिया
Abhinav ji
21-Jul-2023 08:54 AM
Very nice 👍
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Gunjan Kamal
20-Jul-2023 10:49 PM
बहुत खूब
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