लेखनी प्रतियोगिता -23-Jul-2023
#विषय- ग़म की रात
#शीर्षक- मुहब्बत कर ली
तन्हा जीवन,
ग़म की रातें,
मीठी- मीठी,
दूर कही थी बातें,
किसी पर विश्वास ना रहा
पर एक खोज,
चलता रहा------------!!!!!!!??
फिर एक रोज एक फरिश्ता आया,
साथ में प्रेम की पूरी दुनिया लाया,
एहसास की मीठी डोर बंधी,
ख्वाहिश दिल में तन्हा जीवन,
गम की रातें,
मीठी- मीठी,
दूर कही थी बातें, की जगी,
खुबसूरत लगने लगा संसार,
आह!!!
अब ना रहा फिर जीवन में,
गम का बुखार,
जीवन में एक खुमार आया,
मेरे चेहरे पर अद्वितीय निखार आया,
ख्वाहिशों की महक ओढ़ ली मैने,
ना खत्म होने वाला,
मुहब्बत कर ली मैने|
रचना मौलिक, अप्रकाशित, स्वरचित और सर्वाधिक सुरक्षित है |
"प्रतिभा पाण्डेय" चेन्नई
23/7/2023
Varsha_Upadhyay
23-Jul-2023 10:56 PM
शानदार
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Gunjan Kamal
23-Jul-2023 05:17 PM
बहुत खूब
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Babita patel
23-Jul-2023 04:38 PM
Very nice
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