Add To collaction

तेरी मेहबानियां

तेरी मेहबानियां

पार लगा दें मेरे सपनों की नैया
सावन भादों जैसे बरस रहें है मेरे नैना
ना मांगू मैं हीरे मोती
मांगू बस थोड़ी सी ज्योति
तुम हो दुनिया के स्वामी प्रभु जी
होंगी तेरी मेहबानियां।
मोहे ऐसा दें वरदान प्रभु जी कि
मेरी दृष्टि में सुख और दुःख हो
दोनों एक समान
दो रोटी और कपड़ा देना
और दें देना सर पे छत की छाया
तुम हो दुनिया के स्वामी प्रभु जी
होंगी तेरी मेहरबानियां।
इतना भी ना देना प्रभु जी कि
हो जाएं मुझें अभिमान
बस इतना ही कृपा करना प्रभु जी
कि सत्कर्म पथ पर अडिग रहूं मैं जीवन भर
कोई बाल न बांका कर सकें
जो जग बैरी होय
तुम हो दुनिया के स्वामी प्रभु जी
होंगी तेरी मेहबानियां।
ये जीवन एक संग्राम है
कभी हार तो कभी जीत
हार होने पर बिखर न जाऊं
ऐसा आशीष देना प्रभु जी
होंगी तेरी मेहरबानियां।

नूतन लाल साहू

   6
3 Comments

Gunjan Kamal

28-Jul-2023 07:19 AM

👏👌

Reply

Milind salve

25-Jul-2023 04:15 AM

Nice 👌

Reply