18. दिल में इक लहर सी
*आधे-अधूरे मिसरे-18*
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*दिल में इक लहर सी*
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दिल में इक लहर सी उठी है अभी।
हमको तू याद आ गई है अभी।
उसकी नज़रों में कब भले हम थे,
अपनी आदत वही बुरी है अभी।
छोड़ देना ही उसकी फितरत थी,
जिस को नज़रें ये ढूंढती है अभी।
फ़राज़ (क़लमदराज़)
S.N.Siddiqui
@seen_9807
@आलिया खान लेखनी से
Shashank मणि Yadava 'सनम'
08-Sep-2023 06:35 AM
Nice
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Gunjan Kamal
28-Jul-2023 07:20 AM
👏👌
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Milind salve
25-Jul-2023 04:15 AM
Nice 👌
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