भक्ति
भक्ति
करें प्रभु से निवेदन
कैसे हो भक्ति से निवेदन
समझे अपनी मूर्खता अज्ञानता
से प्राप्त करते हैं भक्ति और वैराग्य
आओ चलो विश्व बनाएं
प्रभु के वचन को दुनिया में फैलाएं
होता है प्रभु का विचार एक
करें सम्मान प्राणी एक दूसरे का एक
परिभाषा दे दूं प्रभु की आज
सद्विचारों से मिलकर बनते हैं प्रभु आज
बताएं प्रभु भक्ति का मार्ग
करें प्रेम हर प्राणी के साथ
कैसे करें प्रभु का ध्यान
रहते हैं अपने हृदय में आज
रचनाकार :- विनय कुमार पटेल 'सरल'