लेखनी कविता -31Jul-2023 प्रतियोगिता हेतु -आधे अधूरे मिसरे - प्रसिद्ध पंक्तियाँ -चुपके चुपके रात दिन
काव्य प्रतियोगिता - चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है
चुपके चुपके रात दिन, आँसू बहाना याद है l
तन्हाई की वो सर्द रातें और तेरा ना होना याद है l
क्या गुजरी हम पर, हम ही जानते हैं l
तस्वीर से तेरी तेरी ही, शिकायत करना याद है l
लोगों ने जलते देखी, बस चिता तेरी l
अरमानों का मेरे जलना, सिर्फ मुझे याद है l
छुपाकर गम अपना, बच्चों के लिए मुस्कुराना याद है l
अधूरा ख़्वाब तेरा पूरा है करना, मकसद यही आज है l
ज़िंदा है तेरे बिना, पर क्या ये भी कोई ज़िन्दगी है l
दिन है जलाता, रात भी शोलों से भरी है l
खुशियाँ रूठ गई है, गम की आंधी ऐसी चली है l
चुपके चुपके रात दिन, आँसू बहाना याद है ले
#काव्य प्रतियोगिता आधे अधूरे मिसरे /प्रसिद्ध पंक्तियाँ - चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है
#प्रमिला
Shashank मणि Yadava 'सनम'
27-Aug-2023 05:08 PM
Nice
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Gunjan Kamal
31-Jul-2023 09:38 AM
बहुत खूब
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