वानी

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kiss

चैप्टर 35

अब तक आपने पढ़ा मीरा अपनी जली हुई पीठ दिखाती है तो शौर्य उसे चूम लेता है सिद्धार्थ राहुल को अपने साथ चलने के लिए कहता है तो राहुल कहता है उसे मीरा के साथ रहना है मीरा बताती है कि राहुल के नाम जमीन है


अब आगे

सिद्धार्थ वहां से चला जाता है, मीरा आकर लेट जाती है शौर्य अपना काम करने लगता है, मीरा को नींद आ जाति है

"अगली सुबह "

मीरा की आँख खुलती है वो जैसे ही उठने को होती है उसे अपनी कमर पर कुछ भारी पन मेहसूस होता है जब वो देखती है तो उसकी आँखे हैरानी से बड़ी हो जाती है उसकी कमर को किसी ने पकड़ के रखा था, मीरा देखती है तो वो शौर्य का हाथ था मीरा जैसे ही उठने लगती है शौर्य उसे और कसके पकड़ लेता है

मीरा की तो सांसे ही अटक गई थी वो शौर्य का हाथ अपनी कमर से हटाने की कोशिश करने लगती है लेकिन उसमे इतनी ताकत नही थी की वो उसे खुद से दूर कर पाए ,वो खुद मे ही बड़बड़ाते हुए कहती है "ज़रा भी शरम नही हैं पकड़ ऐसे रखा है जैसे मै कोई टेड्डी बीयर हु"

उसको खुद मे बड़बड़ाते हुए देख शौर्य को हसी आ रही थी वो  मीरा को देख रहा होता है और मीरा उसके हाथ को हटाने की कोशिश करते हुए कहती "हद है ऐसे तो मेरी कमर ही टूट जायेगी, लोग घोड़े बेच कर सोते हैं और ये, ये तो लगता है हाथी घोड़ा गधा पुरा तबेला बेच कर सो रहे हैं "

वो अभी बोल ही रही थी तभी शौर्य उसे अपनी बाहों मे कसते हुए कहता है "वो क्या है आज मेरी मोहब्बत मेरी बाहों मे है तो मै उसे जाने नही देना चाहता" उसकी बात सुन मीरा चोंक जाती है और घबराइ आवाज़ मे कहती है "आप कब उठे"

शौर्य उसे देखते हुए कहता है जब तुम मेरी बुराई कर रही थी" मीरा मुह बना लेती है फिर धीरे से कहती है "मुझे किसी के साथ ऐसे रहने की आदत नही है, क्या आप मुझे जाने देंगे"

उसकी बात सुन शौर्य उसके कान मे धीरे से कहता है "आदत डाल लो" और फिर उठते हुए कहता है "अभी ठीक नही हो इसलिए कुछ नही कह रहा, लेकिन ठीक होने के बाद तुम्हारे बहाने नही चलेंगे" और वो वाशरूम मे चले जाता है, मीरा थोड़ी देर उस बंद दरवाज़े को देखती फिर वो भी उठ कर कमरे से बाहर चली आती है जब वो नीचे आती है तो उसे किचन से बर्तनो की आवाज़ आ रही होती है वो किचन की तरफ बढ़ जाती है जब वो अंदर देखती है तो हैरान हो जाती है राहुल और रिहान बहस कर रहे थे..

रिहान:- "आधा चमच नमक डाल" राहुल उसका हाथ हटाते हुए "नही 2 चमच रिहान गुस्से मे " तुने पिछली बार भी यही किया था इसलिए जादा हुआ था मै कह रहा हु " आधा चमच डाल " मीरा उन दोनो को घूर रही तभी कोई उसके कान मे धीरे से कहता है "ये दोनो रोज़ ऐसे ही लड़ते है" मीरा पलट कर देखती है तो वो शौर्य था मीरा एक नज़र उसे देखती है फिर उन दोनो की तरफ चल देती है.

"नमक कम हो तो खाने वाला स्वाद के अनुसार डाल सकता है लेकिन ज़ादा हो तो उसे कम नही किया जा सकता" और राहुल के हाथ से चमच लेकर नमक डाल देती है फिर उसकी तरफ मुड़ जाती "नाराज़ हो" राहुल की आँखे नम हो जाती हैं

"मै आपसे नाराज़ हो सकता हु क्या"  आप ही तो कहती हैं "जनम देने से पालने वाला बड़ा होता है" मेरे अंदर उनका जिन सही लेकिन "खून तो आपकी दीदी का और मेरी मम्मा का है ना" और मुझे और रिहान को आपने अपने सांचे मे ढाला है मै सिर्फ आपका बेटा हु और मेरी माँ गलत कभी नही करेगी..

आज सन्डे है तो आप बाहर बैठिये हम चाय लेकर आते हैं मीरा मुस्कुरा देती है तभी रिहान कहता है "आप कैसी हैं प्रिंसीमा " मीरा उसके गाल खीचते हुए "मै ठीक हु"

वो तीनो बात कर रहे थे और शौर्य बाहर खडा देख रहा था तभी सिद्धार्थ उसके पास खड़े होते हुए कहता है "कितना प्यार है ना इसके दिल मे सबके लिये" शौर्य उसे देख मुस्कुरा देता है और वो दोनो सोफे पर बैठ कर बात करने लगते हैं

थोड़ी देर मे सब खाने बैठ जाते हैं शौर्य कहता है "खाना तो बहुत अच्छा बनाया है दोनो ने" रिहान चेहकते हुए कहता "क्या सच मे" मतलब हम खाना बनाना सीख गए"

और वो भी खाने बैठ जाता है जैसे ही वो एक निवाला खाता है उसकी आँखो मे आँसु आ जाते है मीरा ने पहले ही शहद उसकी तरफ खिसका दिया थ वो अजीब नज़रों से शौर्य को घूरता है फिर कहता है "लगता है मिस्टर सिंघानिया को तीखा कुछ ज़ादा ही पसंद है" शौर्य कुछ नही कहता लेकिन शौर्य को देख राहुल की आँखे नम हो जाती हैं सब खाना खाकर हाल मे बैठ जाते हैं

शौर्य कहता है "आज से मीरा और राहुल एस एम मेंशन मे रहेंगे"

मीरा मेरी वाइफ है और राहुल मेरा बेटा इसलिए हम साथ रहेंगे जो "ज़रूरी चीज़े हैं वो सब पैक कर लेना" फिर रिहान को देखते हुए कहता है "तुम भी चल सकते हो " उसकी बात सुन सब खामोश हो जाते हैं तभी सिद्धार्थ कहता है

"और मै कहाँ जाऊंगा" शौर्य उसे घूर कर देखता है फिर अपने मोबाइल मे देखते हुए कहता है "गरीबों के लिए जगह नही है मेरे घर मे" उसकी बात पे सब चोंक जाते हैं वही मीरा को हँसी आ जाती है सिद्धार्थ उस घूर कर देखता है फिर कहता है "साले तु कभी नही सुधरेगा" मीरा हस्ते हुए कहती है सिड और चैंपियन दोनो कभी नही सुधरेंगे उसकी बात सुन दोनो उसे घूर कर देखते हैं

मीरा शौर्य से कहती है "नही हम इसी घर मे रहेंगे" राहुल मीरा के पास घुटनों पर बैठ जाता है और उसका हाथ पकड़ कर कहता है "आप उनकी पत्नी हैं आपको उनके साथ रहना चाहिए" मीरा उसके गालो पर हाथ रखते हुए कहती है "मेरे लिए तुम्हारी खुशी ज़ादा ज़रूरी है" राहुल सर झुका कर कहता है मै मुझे भी डेड का प्यार चाहिए मै उनके साथ रहना चाहता हु मीरा मुस्कुरा देती है "जाओ पैकिंग करो"

शौर्य और सिद्धार्थ ऑफिस चले जाते हैं ऐसे ही पुरा दिन निकल जाता है शाम को सिद्धार्थ जल्दी ही घर आ जाता है मीरा उससे कहती है......

"आगे की कहानी जानने के लिए बने रहिये मेरे साथ"

.... बाय बाय....

वानी #कहानीकार प्रतियोगिता

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