तस्वीर
चैप्टर 40
अब तक अपने पढ़ा राहुल एक तस्वीर की तरफ इशारा करते हुए कहता है ये कौन है
अब आगे
राहुल उस तस्वीर की तरफ इशारा करते हुए कहता है "माँ ये आपके और मासी माँ के साथ कोन है" मीरा उस तस्वीर के पास जाती है और उस तस्वीर पे हाथ फेरते हुए कहती है "ये बहुत खास इंसान हैं" फिर राहुल को देखकर कहती हैं
"चलो तुम्हे बताती हुु" फिर वो अपने बेग से एक फोटो फ्रेम निकलती है जिसमे एक 15-16 साल की लड़की होती है जिसने होस्पिटल का गाउन पहना था उसके हाथ मे एक छोटा सा बच्चा था और वो लड़की मुस्कुरा रही थी मीरा वो फोटो राहुल को देती है "ये तुम्हारी असली माँ है राहुल"
राहुल उस तस्वीर को देखता है फिर मीरा को देखता है जो उसके सामने खड़ी थी उसकी आँखे नम थी वो मीरा के गले लग जाता है मीरा खड़ी थी और राहुल बैठा हुआ था राहुल सुबकते हुए कहता है "मै उन्हे कभी माफ नही करूँगा उन्होंने मुझसे मेरी मम्मा को छिना है" मीरा उसके सर पे हाथ फेरते हुए कहती है "माफ तो उसे मै भी नही करूँगी, लेकिन उससे पहले मेरे लाडले को स्ट्रॉंग होना होगा है ना".....
राहुल मीरा को देखकर सर हिलता है तभी शौर्य कहता है और उसके लिए "खाना खाना होगा" तीनो एक दूसरे को देखते हैं फिर हस देते है "तुम ये तस्वीर अपने पास रखो" मीरा उसे कहती है तो राहुल वो फ्रेम अपने साथ ले जाता है राहुल उसे अपने बेड साइड टेबल पर रखता है और उसे देखते हुए कहता है "मम्मा राहुल मिसिंग यु" थोड़ी देर बाद वो फ्रेश होने चला जाता है..
शौर्य मीरा को फिर से अपनी गोद मे उठाके बाथरूम मे ले जाता है और उसे कपड़े उतरने मे मदद करता है फिर बाथरूम से बाहर आ जाता है थोड़ी देर बाद मीरा नहाके आती है उसने बाथरोब पहना था शौर्य उसकी मदद करता है कपड़े पहनने मे शौर्य मीरा को कपड़े पहना रहा था और मीरा नज़र झुकाए खड़ी थी शौर्य को उसे ऐसे देख हसी आ रही थी
शौर्य उसे कपड़े पहनाकर धीरे से किस करता है और कहता है "तुम ऐसे खड़ी हो जैसे मैने तुम्हे सज़ा दी हो" मीरा उसके सीने पर अपना सर रख लेती है थोड़ी देर मे वो दोनो नीचे आ जाते हैं सिद्धार्थ और राहुल अभी तक नही आये थे मीरा कहती है "मै लेकर आती हु लाडले को आप सिद्धार्थ को बुला लीजिये" मीरा राहुल के और शौर्य सिद्धार्थ के कमरे की तरफ बढ़ जाता है
शौर्य जब सिद्धार्थ के कमरे मे जाता है तो सिद्धार्थ किसी से फोन पे बात कर रहा होता है "हाँ काम हो जाना चाहिए" और फोन रख देता है वो पीछे मुड़ता है तो उसकी नज़र शौर्य पर टिक जाती है शौर्य अंदर आता है और उसके कंधे पर हाथ रखते हुए कहता है "जो तु करने की कोशिश कर रहा है वो हो जायेगा"
"लेकिन उससे पहले जो ज़रूरी है वो कर" दोनो कुछ देर बात करते है फिर नीचे आ जाते हैं
राहुल अपने कमरे मे बैठा कुछ पढ़ रहा था तभी मीरा कहती है "लाडले चलो खाना खा लो" वो दोनो भी नीचे आ जाते हैं चारों बैठ कर खाना खाते हैं फिर सोने चले जाते हैं
मीरा दरवाज़े पर खड़ी बेड को घूर रही थी, और शौर्य उसे, काफी देर होने के बाद शौर्य कहता है तुम इतनी देर से वहाँ खड़ी "बेड को क्यों घूर रही हो" मीरा मुह बनाके कहती है मै बेड पे सोऊँगी तो आप कहाँ सोयेंगे" उसकी बात सुन शौर्य का अपना सर पिट लेने का दिल कर रहा था वो उसके पास जाता है और उसे उठा कर बेड पर ले आता है और उसे बाहों मे भर लेता है "अब सो जाओ" थोड़ी देर मे वो सो जाता है और मीरा उसे देखते हुए सो जाती है..
सुबह 5 बजे राहुल का फोन बजता है वो देखता है तो रिहान उसे कॉल कर रहा था "हाँ बोल रिहान" दूसरे तरफ से रिहान की गुस्से वाली आवाज़ आती है "साले कहाँ मर गया है, ना तू बाहर आ रहा है ना ये लोग मुझे अंदर जाने दे रहे हैं" रिहान की आवाज़ सुन राहुल हड़बड़ी मे उठता है "कहाँ है तु" रिहान गुस्से मे
"तेरे घर के बाहर, ये लोग मुझे अंदर नही आने दे रहे" राहुल भागते हुए कहता है "रुक मै डेड को बोलता हु" और मीरा के रूम का दरवाजा पीटने लगता है "डेड उठिए" दरवाजा पीटने की आवाज़ सुन मीरा हड़बड़ी मे उठती शौर्य की भी आँखे खुल जाती है मीरा हड़बड़ी मे उठते हुए दरवाज़े के पास भागती है और दरवाज़ा खोल राहुल को चेक करते हुए केहती है "क्या हुआ तुम ठीक हो ना कही वो आया तो नही" मीरा बुरी तरह पेनिक कर रही थी राहुल उसे शांत करवाते हुए कहता है "माँ मै ठीक हु वो.".
राहुल कुछ बोलता उससे पहले मीरा केहती है "मुझसे झूठ मत बोलो क्या हुआ है बताओ जल्दी"
राहुल लाचारी से शौर्य की तरफ देखता है शौर्य मीरा को समझाता है "मीरा उसकी बात तो सुनो वो कहना क्या चाहता है"
"क्या हुआ लाडले बताओ" राहुल कहता है "डेड रिहान आया है लेकिन आपके गार्ड उसे अंदर नही आने दे रहे हैं" शौर्य रिहान को अंदर बुलवाता है फिर वो तीनो हॉल मे आ जाते है रिहान अन्दर आते ही मीरा के गले लगकर बचो की तरह मुह बनाके कहता है "प्रिंसिमा आपके पति देव मुझे अन्दर नही आने दे रहे हैं" और रोने की एक्टिंग करने लगता है उसे ऐसे नौटंकी करते देख राहुल कहता है "अगर तेरी नौटंकी होगई हो तो"
"ये बता इतनी सुबह यहाँ क्यों आया है" रिहान उसे घडी दिखाते हुए कहता है "पाँच बज गए हैं, और तु अभी तक आया नही था इसलिए मुझे आना पड़ा" राहुल कहता है "आज कही नही जा रहे चल तेयार होने चलते हैं" तभी शौर्य कहता है
"तुम दोनो मेरे साथ चलो कुछ दिखाता हूं" और वो आगे बढ़ जाता है ......
मिलते हैं अगले चैप्टर में तब तक के लिए बाय बाय
वानी #कहानीकार प्रतियोगिता