सुबह को शाम बना दे
सुबह को शाम बना दे
किसी सुबह को शाम बना दे पगली
या आंखों से पीने दे, या फिर जाम पिला दे पगली।
मैं भी तेरा दीवाना हूं, हर सू आहें भरता हूं
चातक हूं मैं तेरा, बस तुझे निहारा करता हूं
तू भी मेरे जैसे एक दिन दुनिया को भुला दे पगली
या आंखों से पीने दे, या फिर जाम पिला दे पगली।
प्यार मोहब्बत बिना वफ़ा सब झूठा है
इश्क करे तो करे भरोसा, वरना आशिक टूटा है
दुनिया का तू कर ना भरोसा, मुझ से प्रीत निभा ले पगली
या आंखों से पीने दे, या फिर जाम पिला दे पगली।
देख मुझे तू यूं ना सताना
दुनिया ने बहुत सताया है
तेरी खातिर ये दीवाना दुनिया भूल के आया है
छोड़ दे अब तू मुझे सताना, सीने से लगा ले पगली
या आंखों से पीने दे, या फिर जाम पिला दे पगली।
आभार – नवीन पहल – १३.०८.२०२३ ❤️❤️
# आधे अधूरे मिसरे/प्रसिद्ध पंक्तियां प्रतियोगिता हेतु
Shashank मणि Yadava 'सनम'
06-Sep-2023 05:38 PM
खूबसूरत भाव और अभिव्यक्ति
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Milind salve
13-Aug-2023 01:29 PM
Nice 👌
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