mishra

Add To collaction

).विषय-: वक्त को आते न जाते न गुजरते देखा

(24). विषय-: वक्त को आते न जाते न गुजरते देखा

🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹

समय की कीमत को पहचानो। व्यर्थ समय कभी न तुम गवाना।।

गुजरा पल कभी हाथ न आता। धनुष से निकला तीर वापस न आता।।

आते जाते पल कैसे गुजर जाते। हृदय पर छाप छोड़ दफा हो जाते।।

वक्त के पैर नहीं होते,फिर भी चलता। बिना वैसाखी के तेज रफ्तार से दौड़ता।।

समय कब आकर गुजर जाता। केवल का अनुभव छोड़ जाता।।

सूरज की रोशनी संग समय घोड़े पर सवार हो आता। चाँद की चाँदनी संग वक्त निशा में लीन हो जाता।।

अधूरे मिसरे/प्रसिद्ध पंक्तियां आभा मिश्रा-कोटा राजस्थान (स्वरचित एवं मौलिक रचना सर्वाधिकार सुरक्षित©®)

   4
1 Comments