जीत किसकी (BL Love Story) (लेखनी प्रतियोगिता -21-Aug-2023)
जीत किसकी....
भारत कहने को तो एक लोकतांत्रिक देश है, जहां लोगो को अपने सब फैसले लेने की आजादी है। लेकिन फिर भी आज लोगो को बिरादरी या लोगो के कहने का बहुत फर्क पड़ता है इसके चलते लोग अपने ही बच्चो से जीवन जीने का हक छीन लेते है।
ये मेरी पहली कहानी है जो इसी बात को साबित करती है शायद आप लोगो को ये पसंद आए।
आज मुखिया जी का घर बहुत जगमगा रहा था और हो भी क्यो ना आज उनके इकलोते बेटे ऋषभ का दसवाँ जन्मदिन जो था । मुखिया जी बहुत ही शांत और दयालु किस्म के इंसान थे जो लोगो की मदद करने में कभी पीछे नहीं रहते थे। वो गांव के लोगो को बिलकुल अपने परिवार की तरह ही मानतें थे । ऋषभ दिखने में बहुत स्मार्ट बच्चा था ओर पढाई में भी काफी होशियार था, पर दोस्त के नाम पर उसके पास कोई नहीं था और कुछ ऐसा ही मुखिया जी के मुंशी के बेटे आयुष के साथ भी था। ये दोनो कई बार एक दूसरे से मिले थे पर अभी तक दोनों मे दोस्ती नहीं हुई थी।
आज ऋषभ थोड़ा उदास था क्योंकि उसे अपनी मां की बहुत याद आ रही थी। मुखिया जी यानी महेश मल्होत्रा की पत्नी सौम्या मल्होत्रा, जो ऋषभ जब 6 साल का था तो
स्वर्ग सिधार गई थी। आयुष आज भी ऋषभ के घर आया था वो ऋषभ से मिला ओर उसे जन्मदिन की बधाई दी, ये पहली बार था की दोनो के बीच बात हुई थी। ऋषभ थोड़ा शर्मीला लड़का था वहीं आयुष एकदम बिंदास। आयुष ऋषभ से कहता है "मुझसे दोस्ती करोगे", ये सुन कर ऋषभ खुश 😊
हो जाता है ओर आयुष से दोस्ती करने के लिए "हाँ" कह देता है।
अब तो ये रोज का सिलसिला हो गया था। दोनो साथ स्कूल जाते आते ओर शाम को भी साथ में ही खेलते थे। उन्हे अब किसी की जरूरत नहीं थी दोनो अपनी ही दुनिया मे मगन थे। आज ऋषभ का 18 वा जन्मदिन था, पूरा घर फूलो की खुशबू से महक ओर रंग बिरंगी रोशनी से जगमगा रहा था। लेकिन जब केक कटिंग के समय ऋषभ को बुलाने नोकर उसके कमरे में जाते हैं तो उन्हें वहा कोई नहीं मिलता । नोकर आके मुखिया जी को बताते हैं की छोटे मालिक अपने कमरे मे नहीं हैं, वहीं दूसरी तरफ मुंशी जी भी अपने बेटे आयुष को घर मे ना पाकर परेशान हो जाते हैं। ये बात पूरे गांव में आग की तरह फेल जाती है की ऋषभ ओर आयुष दोनो ही अपने घर से गायब हैं। पुरा गांव हर जगह उन्हे खोजने लगता है। पर जब वो दोनो गांव वालो को कहीं नहीं मिलते तो वो लोग गांव की नदी की तरफ जाने का फैसला करते हैं। मुखिया जी ओर मुंशी जी भी उनके साथ जाते हैं, सभी नदी के पास का नजारा देख कर चौंक जाते हैं। ऋषभ ओर आयुष दोनो की डेड बॉडी नदी के किनारे पर पड़ी हुई थी। ये क्या हुआ या क्यों हुआ किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था।
फ्लैशबैक
ऋषभ एक गोरा, लंबा, हॉट and सेक्सी लड़के में बदल चुका था जो हर लड़की का सपना होता है। वही आयुष सावला सलोना लंबा ओर सैक्सी लड़का बन गया था जो किसी का भी दिल एक नजर में जीत सकता था। दोनो दोस्तो का रिश्ता ऐसा था की अगर एक दिन एक दुसरे को ना मिले तो उनका दिन पूरा नहीं होता था। ये दोस्ती अब दोस्ती ना रह कर उससे कहीं ज्यादा हो गई थी। आयुष आज पहली बार ऋषभ को गले लगाता है ओर दोनो काफी देर तक एक दूसरे के गले लगे रहते हैं।
आज ऋषभ का कॉलेज में पहला दिन था, वो थोड़ा डर रहा था। ऋषभ जैसे ही वापस जाने के लिए मुडने वाला होता है तभी कोई पीछे से उसके कंधे पर हाथ रख देता है। ऋषभ खुश 😊 हो जाता है ओर लड़के की तरफ घूम कर उसके गले मिलता है। वह लड़का कोई और नहीं बालक ऋषभ की हिम्मत यानी आयुष होता है। फिर दोनो साथ में कॉलेज में एंट्री करते हैं, सभी दोनो को देख रहे थे। आखिर देखे भी क्यों ना दोनो लग ही इतने स्मार्ट रहे थे।
ऋषभ-आयुष “ये सब हमें ऐसे क्यों देख रहे हैं, यार मुझे तो डर लग रहा है।“
ऋषभ हलका सा मुस्करा कर "अरे मेरी जान तू लग ही इतना हॉट रहा है” कि सब तुझसे दोस्ती करना चाहते हैं।
ऋषभ, "यार आयुष कुछ भी मत बोल हा 😠, मुझसे ज्यादा तो सब तुझे घुर रही है। हा हा हा ..........!" 🤭🤭🤭🤭🤭
इसी तरह हसी मज़ाक करते हुए दोनो अपनी क्लास में पहुंच जाते हैं।
समय हंसी खुशी बीत रहा था, की एक दिन अचानक ऋषभ की सहपाठी नेहा ने उसे प्रपोज कर दिया।ऋषभ ये सब होने से घबरा जाता है ओर बिना कुछ बोले वहां से सीधा आयुष के पास चला जाता है।इधर आयुष इस बात से बेखबर गार्डन में अपनी स्टडी में बिजी होता है। ऋषभ आकर जोर से उसके गले लग जाता है। "क्या हुआ ऋषभ₹ तुम इतना डर क्यों रहे हो, किसी ने कुछ कहा तुम्हें बोलो।" आयुष ने पूछा। ऋषभ अभी भी कुछ नहीं बोलता बस आयुष को कसके गले लगाए रहा, जब ऋषभ थोड़ा शांत होता है तो आयुष उसे अलग करके पुछता है की अब बोल क्या हुआ है।
ऋषभ ने कहा "आयुष नेहा कह रही है कि वो मुझसे प्यार करता है वो अपने पापा से बात करेगी उसकी ओर मेरी शादी की" मैं उसे शादी नहीं करना चाहता। तुझे पता है ना "मुझे लड़की लड़कियों को देख कर घबराहट होने लगती है",
आयुष ने कहा,
"तो इसमे इतना घबरा क्यो रहा है, तू उसे साफ मना करदे की तू उसे पसंद नहीं करता बात खतम। तू भी पूरा पागल है ऋषभ जो इतनी छोटी सी बात से घबरा गया। इतना कह कर वो हसने 😃 लगता है। तो ऋषभ कहता है, जा मुझे तुझसे बात ही नहीं करनी ओर दुसरी तरफ फेस करके बैठा जाता है। ☹️
आयुष, "ऋषभ से अले अले मेरा बच्चा नारज हो गया अच्छा चल माफ़ करदे यार मैं तो मज़ाक कर रहा था, अब तो गुस्सा थूक कर मुस्कुरा दे। फिर दोनो घर की तरफ चले जाते हैं।
ऋषभ जैसे ही घर पहूंचता है तो मुखिया जी उसे अपना फरमान सुनाते हैं “कि उन्होंने उसके लिए अपने दोस्त की बेटी नेहा पसंद की है, जिससे जल्द ही उसकी
सगाई कर दी जाएगी।“
ये सब सुन कर ऋषभ को धक्का सा लगता है तब वो अपने पिता से कहता है, "पिता जी मैं आपकी सब बात मान सकता हूं पर मैं आपके दोस्त की बेटी से सगाई नहीं कर सकता।"
मुखिया जी कहते हैं "क्यो नहीं कर सकते?"
तब ऋषभ कहता है,
"पिताजी मैं
किसी ओर से बहुत प्यार करता हूं ओर उसके बिना नहीं रह सकता,
मैं शादी भी उससे ही करुंगा ।"
अब मुखिया जी को गुस्सा आ जाता है, वो ऋषभ से कहते हैं, "अगर तुमने नेहा से शादी नहीं की तो जिससे भी तुम प्यार करते हो मैं उसको
जान से मार दूंगा, ये कह कर वो वहां से चले जाते है। उनके जाने के बाद ऋषभ कहता है काश मां आज आप मेरे पास होती तो आप मुझे ओर मेरे प्यार को जरूर समझती। आज मुझे आपकी सबसे ज्यादा कमी महसूस हो रही है। माँ आप क्यों मुझे छोड़ कर चली गई कह कर रोने लगता है ।“
(आगे की कहानी जानने के लिए बने रहे मेरे साथ ! अगर आप लोगो मेरी ये कहानी पसंद आय तो प्लीज कमेंट और लिखे करे !!)
हर हर महादेव
✍🏻 पूजा सराठे
HARSHADA GOSAVI
27-Aug-2023 07:22 AM
nice
Reply
Pooja Sarathe
28-Aug-2023 11:55 AM
Thankyou
Reply
RISHITA
27-Aug-2023 01:45 AM
very nice
Reply
Pooja Sarathe
27-Aug-2023 10:54 AM
Thankyou
Reply
Karan
22-Aug-2023 02:31 AM
अच्छी कहानी है आपकी अगला भाग कब तक आएगा
Reply
Pooja Sarathe
22-Aug-2023 07:53 AM
Thankyou, aaj evening Tak.
Reply