बचपन
सर्वप्रथम माँ शारदे को नमन
तत्पश्चात"लेखनी" मंच को नमन
मंच के सभी श्रेष्ठ सुधीजन को नमन
शीर्षक -:बचपन
दिनाँक-03-09-2023
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खोला जब मैंने बचपन की यादों का बक्सा।
किलकारी मस्ती से भरा निकला जत्था।।
सुकून चैन सुख से भरी छाँव का एहसास।
खेल कूद खाकर सो जाने का मीठा आभास।।
माँ की गोदी का बिछौना मिलता सुखद आनंद।
माँ के ऑंचल तले होता दुग्ध पान का स्वानंद।।
पापा के काँधे पर बैठ होता जगत भ्रमण।
संसार के ज्ञान का नैनों में बसता चित्रावरण।।
आभा मिश्रा कोटा-राजस्थान
Gunjan Kamal
04-Sep-2023 04:58 PM
👏👌
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
04-Sep-2023 07:30 AM
सुन्दर सृजन
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