लेखनी कहानी -07-Sep-2023
रीतिका अल्साई सी अपने बेड में बैठकर कुछ पढ़ रही थी। तभी उसका फोन रिंग हुआ। रीतिका ने सोचा इतनी रात गए किसका कॉल होगा। जल्दी से फोन उठा कर देखा तो कोई अननोन नंबर था। रीतिका ने सोचा पता नहीं किसका है,इतनी रात में और उसने कॉल नहीं उठाया। थोड़ी देर बाद फिर फोन रिंग हुआ, अबकी बार रीतिका ने कॉल पिक कर लिया।
रीतिका - हेल्लो , कौन बोल रहा है?
अननोन - हेल्लो मैम, आपसे एक बात बोलनी है गलत मत समझिएगा।
रीतिका - (थोड़ा घबराई हुई सी) कौन बोल रहा है बोलिए।
अननोन - जी वो मुझे (फ्रस्टेट होते हुए) कैसे बताऊं?
रीतिका - (चिढ़ते हुए) क्या बात है पागल हो क्या? इतनी रात को कौन फोन करता है और जब नहीं पता कैसे बताना है तो कॉल क्यूं किया (चिल्लाते हुए) रखो फोन।
और फोन कट कर देती है। रीतिका बड़बड़ाते हुए, अजीब पागल है। और फिर किताब बंद कर सो जाती है।
नेक्स्ट मॉर्निंग - सुबह रीतिका के उठने से पहले फिर से उसी अननोन नंबर से कॉल आता है। वहीं नंबर देख कर रीतिका को गुस्सा आ जाती है और वो फोन नहीं उठाती। 4-5 बार कॉल आने के बाद रीतिका ने कॉल पिक किया।और पिक करते हो बिफर पड़ती है - दिमाग ठीक है तुम्हारा, पागल हो कौन बोल रहा है और नंबर कहां से मिला मेरा।
अननोन - ओह हेल्लो मैडम पहले मेरी बात तो सुनो, फिर चिल्लाना।
रीतिका - बको फिर (चिढ़ते हुए)
अननोन - सबसे पहले रिलैक्स हो और मेरी बात ध्यान से सुनो, आपका किसी के साथ अफेयर था ?
रीतिका - क्या बकवास कर रहे हो , हाउ डेयर यू?
अननोन - बकवास नहीं सही बोल रहा हूं, अच्छा सुनो जिससे भी आपका अफेयर था उसके पास आपकी पिक्स भी थी। कुछ पिक्स जो ........... बोलते बोलते थोड़ी देर के लिए चुप हो जाता है। आपकी वो पिक्स मैने देखी है।
रीतिका - (घबरा जाती है) मतलब क्या है तुम्हारा? कहां , कैसे देखी?
अननोन - जो आपका बॉयफ्रेंड है मैंने उसके फोन में आपकी पिक्स देखी और वहीं से आपका नंबर निकाला।
रीतिका - (घबरा जाती है,उसके आसु बहने लगते है) बोलना क्या चाहते हो?
अननोन - अरे आप प्लीज रो मत, मुझे गलत मत समझो मैं वहीं समझा रहा हूं आपको, की मैने आपकी पिक्स देखी और देख कर सारी डिलीट कर दी उसके मोबाइल से।
रीतिका - (हैरानी से) क्या ? मेरा मतलब क्यूं........ मतलब
अननोन - मतलब कि वो जो आपका बॉयफ्रेंड है वो उनका मिस यूज करने वाला था, यह बात मुझे पता चली समझ आई तो मैंने पिक्स डिलीट कर दी।
रीतिका - (अब जोर से सिसकते हुए रोने लगी) प्लीज ऐसा मत करो, मर जाऊंगी मैं, कौन हो तुम?
अननोन - आपका शुभचिंतक अब आप रो मत, मैं कुछ ग़लत नहीं कर रहा आपके साथ बल्कि आपकी हेल्प कर रहा हूं। आई नो आपको ट्रस्ट नहीं हो रहा है मेरी बातों का, तो एक काम करिये, किसी तरह से अपने फ्रेंड से लड़ाई करिए, आई एम डेम स्योर वो आपको ब्लैकमेल जरूर करेगा। अब मैं फोन रखता हूं , जो मैंने बोला उसे ट्राय जरूर करना। (फोन कट देता है)।
रीतिका - (घबराहट के मारे सांसे तेज हो गई) जोर जोर से रोने लगती है। फिर थोड़ी हिम्मत करके अपने फ्रेंड रघु को फोन लगाती है, और उससे बात करने के बाद वहीं हुआ जो उस अननोन पर्सन ने बोला था, रीतिका रघु से रिक्वेस्ट करती है।
रीतिका - प्लीज रघु मत करना ऐसा, बर्बाद हो जाऊंगी मर जाऊंगी मैं
रघु - अब तुम देखो मैं क्या करता हूं (और कॉल कट हो जाता है)।
रीतिका जोर जोर से सांस भरते हुए सर पकड़ लेती है ,फिर अपना फोन उठाती है और सोचती है अननोन पर्सन को कॉल करे मगर डर के मारे हाथ कांप रहे, समझ नहीं आ रहा क्या करू सोचते सोचते आखिर रीतिका अननोन को कॉल कर देती है।
अननोन - हेल्लो, बताइए क्या बोलना है?
रीतिका - (रोते हुए) जो तुमने बोला वहीं हुआ, प्लीज कौन हो तुम ,क्यूं कर रहे हो?
अननोन - अरे मैं क्या कर रहा, मैंने बताया ना मैने डिलीट कर दी पिक्स, अब देखना थोड़ी देर बाद तुम्हारे दोस्त का कॉल फिर आयेगा, और अब बिना डरे उससे बात करना,समझी और निश्चिंत रहे उसके पास अब तुम्हारी कोई भी पिक नहीं है तो डरने कि जरूरत नहीं है, ओके बाय, टेक केयर।
रीतिका - सुनो (और कॉल कट हो गया)थोड़ी देर बाद रघु का कॉल आया।
रघु - रीतिका ! आई एम सॉरी मैं गुस्से में था पता नहीं क्या क्या बोल दिया तुम्हे प्लीज मुझे माफ़ कर दो, हेल्लो रीतिका ? जवाब तो दो, सॉरी ना, अब कान पकड़ के सॉरी बोलु (प्यार से छेड़ते हुए)।
रीतिका - शट अप, रघु मुझे कोई बात नहीं करनी तुमसे और अब दुबारा कॉल मत करना, और आज से हमारी दोस्ती खतम (जोर से चिल्लाते हुए फोन कट कर देती है)
रीतिका दुबारा अननोन पर्सन को कॉल करती है, मगर 4-5 बार कॉल करने के बाद भी कॉल पिक नहीं होता तो रीतिका मुंह बना कर फोन बेड में फेक कर फ्रेश होने चली जाती है।
थोड़ी देर बाद फोन रिंग होता है तो रीतिका भाग के आती है पिक करने मगर अपनी फ्रेंड रूही का नाम स्क्रीन पर फ़्लैश होते देखती है तो उसका मुंह बन जाता है, वो अनमने ढंग से कॉल पिक करके रूही से बात करती है, और उससे मिलने जाने के लिए रेडी हो जाती है।मगर उसका ध्यान सिर्फ उस शुभचिंतक और उसकी कॉल के इंतज़ार में था।
शाम को घर आने के बाद रात में फिर रीतिका उसे कॉल करती है ,मगर फिर कॉल पिक नहीं होती तो रीतिका फिर उदास हो जाती है।आज उसका मन किताब पढ़ने का नहीं हो था तो वो लाइट ऑफ करके सोने की कोशिश करती है , जो पलकों से कोसो दूर थी। फिर सोचते - सोचते ना जाने कब नींद आ गई ।
नेक्स्ट मॉर्निंग -
रीतिका का आज मन किसी चीज में नहीं लग रहा था, बेचैन सी बस खोई खोई बैठी थी। कोई भी फोन बजता झट से उठाती और फिर उदास हो जाती।ऐसा करते करते पूरा एक हफ्ते बीत गए ना अननोन का कॉल आया और रीतिका की बेचैनी तो हद से ज्यादा बढ़ी हुई थी।ना उसका कोई पता , ना नाम कुछ भी नहीं मालूम मतलब वो सच ही बोल रहा था उसने रघु के फोन से पिक्स डिलीट कर दी, क्युकी अगर रघु के पास पिक्स होती तो वो मुझे सॉरी नहीं बोलता और अब तक रघु कुछ ना कुछ कर चुका होता मेरी पिक्स कर साथ और वो अनजान शक्स सिर्फ मेरी मदद करके चला गया।इन्हीं सब विचारों के साथ जैसे तैसे दिन बीता, शाम को बालकनी में बैठकर रीतिका चाय पी रही थी, तभी मोबाइल में एक मैसेज आया।
हाय- आई एम अमन 😊
रीतिका - कौन ? मैं नहीं जानती कौन अमन
अमन - अरे इत्ते जल्दी भूल गई ,हाउ रूड ,सेलफिश अपने शुभचिंतक को कौन भूलता है😜
रीतिका - तुम ,अमन ? शुभचिंतक ?
अमन - क्यूं नंबर नहीं देखा क्या?
रितिका - (खुद के सिर पे चपत लगाते हुए - पागल है तू पूरी) अरे मैं वो वो..........
अमन - इट्स ओके
रीतिका - मैने तुम्हे कितना कॉल किया फोन क्यों नहीं उठाया?
अमन - क्यूं किया? चिल्लाते हुए तो बात करती हो क्या बात करता तुमसे
रीतिका - (थोड़ा हंसी के साथ) सॉरी
अमन - अरे मजाक कर रहा हूं, मैंने कॉल इसलिए नहीं उठाया या लगाया कहीं तुम मुझे गलत ना समझो इसलिए बस तुम्हारी हेल्प करके बात करनी बंद कर दी।
रीतिका - थैंक यू सो मच अमन, मगर तुम्हे केसे पता चला......
अमन - रघु, मेरे कजिन का फ्रेंड है एक दिन मैंने उन दोनों को रीतिका नाम की लड़की की पिक्स का मिसयूज करने वाली बात सुनी तो मैंने रघु के फोन से पहले सारी पिक्स डिलीट कि फिर कॉन्टैक्ट्स से रीतिका का नंबर ढूंढा फिर तुम्हे कॉल किया।
रीतिका - ओह , अगैन थैंक यू सो मच अमन
अमन - बस इंसानियत का फ़र्ज़ निभाया है।
रीतिका - क्या हम फ्रेंड्स बन सकते है?
अमन - सिर्फ फ्रेंड्स , क्युकी आई एम एंगेज्ड।
रीतिका (चौकते हुए, थोड़ा उदास हो गई) - ओके जस्ट फ्रेंड्स, कंग्रॅजुलेशन 😊
अमन - थैंक यू ☺️ ओके देन बाय, टेक केयर
रीतिका - बाय, अमन ....... सुनो.......
अमन - क्या
रीतिका - कुछ नहीं
अमन - क्या हुआ
रीतिका - आई ..... ल..... सॉरी ..... बाय
अमन - आई नो, इसलिए मैं कॉल पिक नहीं कर रहा था, आई एम सॉरी । आई लव यू बट एस आ फ्रेंड , मैं सिर्फ तुम्हारी मदद इसलिए किया कि तुम एक लड़की हो ज़िन्दगी खराब हो जाएगी, तुम्हारी जगह कोई और भी होता तो भी मैं यही करता।
रीतिका - आई एम सॉरी अमन वो मैं.......
अमन - रिलैक्स डोंट बी सॉरी , हम अभी भी अच्छे दोस्त है तुम जब चाहो मुझे कॉल कर सकती हो, मगर अब चिल्ला के बात मत करना😋 (चिड़ाते हुए)
रीतिका - 😋 ओके माई फ्रेंड (आंखों में थोड़े से आंसू)और दोनों ने एक दूसरे को बाय बोलके ऑफलाइन हो गए।
रीतिका बस सोच में डूबी अमन के बारे में सोच रही थी एक अनजान बस आया, मदद किया और चला गया मैं भी पागल क्या क्या सपने सोचने लगी😔 मगर जो भी हो अमन तुम मेरे दिल में हमेशा रहोगे, एक प्यार...😔 दोस्त की तरह।
Anjali korde
15-Sep-2023 12:19 PM
Awesome
Reply
Babita patel
15-Sep-2023 10:34 AM
Best part
Reply
hema mohril
13-Sep-2023 08:30 PM
amazing
Reply