प्रेम जाल
अभी आपने पढ़ा कि देवपालजी माया जी से नम्रता के रिश्ते की बात कर रहे थे।अब आगे
माया-सुनो जी संडे तो परसों ही है फिर सारी तैयारी कर ही करनी पड़ेगी। देवपाल-अरे कोई बात थोड़ी ना फिक्स हुई है वह बस नम्रता को देखने आएंगे।
माया-आप भी कमाल करते हो। हमारी बेटी को देखने आ रहे हैं। तो थोड़ा खाने पीने का और अच्छे से नाश्ते पानी का इंतजाम तो करना ही होगा।
देवपाल-अरे भाई ठीक है तुम मुझे बता देना क्या क्या सामान लाना है तो मैं कल ही ले आऊंगा। क्योंकि संडे को तो वैसे ही मार्केट बंद रहता है।
शेरी सारी बातें सुन रही थी।उसका बचपन से ही जासूसी का बहुत शौक था।इन बातों में उसका दिमाग बहुत चलता था।
शेरी-सुन दीदी तेरे लिए एक रिश्ता आया है सुन सुन सुन लड़के मे क्या गुण😀😀😀
नम्रता-शेरी पागल हो गई है क्या?
शेरी-अरे दीदी आपके लिए एक रिश्ता आया है। संडे को उसे लड़के के दादाजी आपको देखने आ रहे हैं।
नम्रता-अरे मुझे किसी ने बताया भी नहीं ना मम्मी ने कोई बात की।ना पापा ने??ऐसे कैसे मुझे कोई देखने कैसे आ सकता है??
शेरी-दीदी कल बात कर लेना ना अब रहने दो रात का समय है।
पर नम्रता को कहाॅ चैन आया। मम्मी मम्मी•• इधर आओ। माया -आ रही हूं बेटा। थोड़ी देर में ही मायाजी बेटियों के कमरे में आ जाती है।
नम्रता-मम्मी शेरी क्या कह रही है मुझे कौन देखने आ रहा है?
माया-अरे इसमें घबराने वाली क्या बात है और अभी तुझे कौन सा लड़क देखने आ रहा है।लड़के दादाजी आ रहे हैं ।एक बार देख ले। इतना शोर मचाने वाली कौन सी बात है। बेटा शादी तो कभी ना कभी करनी है कि तुझे घर बिठा के रखेंगे।
नम्रता- आरए !! बता तो दो मुझे बिना बताए ही आप सारे फैसले मत लिया करो।
माया -अरे बेटा शांत हो जा। तेरे पापा ने मुझे अभी कुछ देर पहले ही बताया था।ऐसी कोई बात नहीं है। जो तेरा निर्णय होगा वही किया जाएगा।
फिलहाल संडे को लड़के के दादाजी तेरे को देखने आ रहे हैं वह देखेंगे उसके बाद कोई बात चलेगी और अगर तुझे पसंद होगा तो आगे बढ़ाएंगे ऐसे तेरे खिलाफ जाकर कोई बात नहीं करेंगे। चलो अब दोनों बहने सो जाओ कल बात करेंगे इस बारे में आगे।
शनिवार का दिन खराब सा लग रहा था आसमान में थोड़े बादल छा रहे थे। हल्की हल्की सी बूंदाबांदी हो रही थी। पर जॉब वालों को तो जॉब पर जाना ही पड़ता है उनकी कोई छुट्टी नहीं नम्रता मन में सोच रही थी
फटाफट अपना काम खत्म करके वह स्कूल के लिए तैयार हो गई। कुछ ही देर में उसकी स्कूल बस आ गई और वह अपने स्कूल निकल गई।
उधर माया जी अपने काम खत्म करने में लगी थी। देवपाल जी को चाय बनाकर दे देती है उधर शेरी के कमरे में भी चाय दे देती है। अपनी चाय आंगन में लेकर बैठ जाती है। और साथ में उनका फेवरेट अखबार चाय के साथ अखबार पढ़ना उन्हें बहुत अच्छा लगता।
अखबार पढ़ने के बाद वह संडे के सामान की लिस्ट बना लेती है। फिर शेरी के पास जाकर उसे प्यार से समझती हैं कि घर की सफाई कर लेते हैं। फिर शेरी थोड़ा सा नाटक करती हुई उठ जाती है दोनों मां बेटी घर की सफाई में लग जाती है।
संडे की सुबह आज सभी लोग टाइम से उठ गए थे वरना तो संडे वाले दिन कोई उठने का नाम ही नहीं लेता। सिर्फ माया जी अपने अखबार के साथ चाय के साथ ही बात करती लेकिन आज की रौनक अलग है।
मलखान जी घर पर 12:00 तक आने वाले थे। देवपाल जी कुछ मिठाइयां और स्नेक्स ले आए थे। माया जी समोसे बनाने की तैयारी कर रही थी साथ- साथ उनके गुलाबजामुन भी बन रहे थे। शेरी-मम्मी बहुत अच्छी खुशबू आ रही है थोड़ा थोड़ा दे दो ना मुझे भी।
माया-चुप बैठो फटाफट सारा काम खत्म करो। शेरी मुंह बनाती हुई चली जाती है।
घड़ी में 11 बज चुके थे। सब लोग नहा धोकर तैयार हो गए। माया जी ने नीले रंग की कॉटन की साड़ी पहन ली। देवपाल जी अपना फेवरेट कुर्ता पजामा पहन कर खड़े थे। नम्रता ने पिंक कलर का फ्रॉक टाइप सूट पहन लिया था। चेहरे पर हल्का सा मेकअप लगाया। और कानों में छोटे छोटे टॉप्स पहन रखे थे। शेरी-जींस टॉप में तैयार हो गई थी। थोड़ी ही देर में दरवाजे पर घंटी बजती है।
देवपाल जी दरवाजा खोलते हैं और मलखान सिंह जी को अंदर ले आते हैं।
नम्रता साइड से देख रही थी ••••पर यह क्या यह तो वही बुजुर्ग अंकल है? जो उनके घर के बाहर कभी पीछा करते थे?कभी स्कूल में पीछा कर रहे थे? नम्रता बहुत ही असमंजस में थी उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था। यह सब जानने के लिए पढ़ते रहिए। क्या नम्रता का रिश्ता तय हो जाएगा?
kashish
24-Sep-2023 12:05 PM
Awesome
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madhura
24-Sep-2023 08:57 AM
V nice
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Anjali korde
24-Sep-2023 08:54 AM
Nice
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