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टेंशन

मुझे नहीं पता, इंसान के पास वह चीज है कि नहीं, जो वह खुद के लिए चाहता है पर इस दुनिया में हर, छोटे-बड़े इंसान, फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष, बुद्धिमान हो या मूर्ख, अमीर हो या गरीब, योग्य हो या अयोग्य, उसके पास टेंशन जरूर होगी! कहने वाले ने यह बात बिल्कुल ठीक ही कही है "साली जिंदगी का मतलब ही टेंशन है! इंसान इस टेंशन को भगाने के लिए क्या कुछ नहीं करता है"? दिन-रात काम करता है, झूठ बोलता है, धोका देता है, शराब पीता है फिर भी टेंशन, इंसान का साथ नहीं छोड़ती, अब क्यों नहीं छोड़ती"? यह तो वही इंसान बता सकता है, जिसने टेंशन पाल रखी है! क्योंकि सब की जिंदगी में अपनी-अपनी टेंशन है, अगर सबकी टेंशन, एक जैसी होती है तो शायद में उनकी मदद कर पाता पर मुझे, अपनी टेंशन, दुनिया की सबसे भारी टेंशन लगती है इसलिए, दिन भर में 100 बार घड़ी देखता हूं, सुबह जल्दी उठने की टेंशन, शौचालय में कोई और बैठा हो तो टेंशन, टाइम से ऑफिस पहुंचने की टेंशन फिर ऑफिस के काम की टेंशन और फिर बोस की भी टेंशन!

और मुझे लगता ही नहीं कि मैं टेंशन में हूं, मैं वह बेवकूफ हूं, जिसने टेंशन के पहाड़ पर अपना घर बना रखा है पर उसे पता ही नहीं है पर जब इस टेंशन ने मुझसे, मुझे ही छीन लिया, तब मुझे पता चला, टेंशन क्या है"?

मेरा नाम विनोद वर्मा है, मुझे आज 8:00 बजे ऑफिस पहुंचना था, इसमें दिलचस्प बात यह है कि 8 बज चुके हैं और मैं गहरी नींद में सो रहा हूं!

"उठ जाइए, नहीं तो ऑफिस जाने में लेट हो जाओगे"! मेरी पत्नी आंचल ने मुझे जगाते हुए कहा

"उठा और मैं सबसे पहले दीवार पर लटकी, टेंशन नंबर वन की तरफ देखा, बीवी की नहीं, घड़ी की बात कर रहा हूं!

"अरे 8:05 हो गए हैं और तुम, मुझे अब जगा रही हो"! आज मुझे 8:00 बजे ऑफिस पहुंचना था"!विनोद ने घड़ी देखते हुए कहा

"रात को बता देते तो जल्दी उठा देती, मुझे लगा रोज 9:00 बजे ऑफिस जाते हो"!

"अरे यार,,,टेंशन ही इतनी है कि बताना भूल गया, मैं फ्रेश होकर आता हूं, फटाफट कपड़े निकाल दो और टिफिन तैयार कर दो, नहीं तो आज बोस, मेरी बैंड बजा देगा"! विनोद ने फिर घड़ी देखते हुए कहा

विनोद फटाफट नहा कर आता है -अरेंज"अरे क्या यार"? "तुमने अभी तक कपड़े नहीं निकाले, मैं पहले ही बहुत लेट हूं"! विनोद ने घड़ी देखते हुए कहा

"मैं खाना बना रही हूं, अलमारी से निकाल लो"!आंचल ने किचन से कहा

विनोद ने फटाफट कपड़े निकाले, पहने, बेल्ट, टाई, जूते पहनकर तैयार हुआ और पत्नी से पूछा -"आंचल"! टिफिन तैयार हो गया है और मेरा फोन कहां है"? एक साथ दो सवाल पूछे और घड़ी देखी

" बस 2 मिनट में तैयार हो जाएगा और फोन का मुझे नहीं पता"!आंचल ने बताया

विनोद फोन को ढूंढने लगता है, जल्दबाजी में गिर भी जाता है, अलमारी के ऊपर हाथ ऊंचा कर टटोलता है तो उस पर कुमकुम का डिब्बा गिर जाता है और उसका चेहरा ओर कपड़े लाल हो जाते हैं!

"अरे,,,कुमकुम का डिब्बा, अलमारी पर मत रखा करो और फोन का चार्जर कहां रखा है"! घड़ी देखते हुए कहा

"तुम चार्जर ऑफिस ले गए थे, वहां से नहीं लाए हो"! पत्नी ने किचन से कहा

तभी पत्नी के सामने से विनोद गुजरा तो उसके चेहरे और कपड़ों पर लाल कुमकुम देखकर उसकी पत्नी हंसी!

"खिले हुए फूल भी इतनी सुंदर नहीं दिखते है, जितनी खूबसूरत उसकी हंसी थी पर टेंशन ने विनोद को आंख वाला अंधा बना दिया है, इसीलिए वह अपनी खूबसूरत पत्नी की वह, सुंदर स्माइल नहीं देख पाया

"टिफिन रहने दो, मैं जा रहा हूं"! विनोद ने कपड़े बदलकर,जाते हुए कहा

"1 मिनट, रुक जाओ"! पत्नी ने कहा;

विनोद बाइक के पास गया और जैब में चाबी तलाशी -"चाबी तो घर में ही भूल आया"! विनोद ने सर ठोकते हुए कहा और वापस कमरे की और भागा और तभी उधर से उसकी पत्नी का आना हुआ, दोनों के सर टकराये, दोनों को जोर से लगी

लगी तो नहीं"! दोनों ने एक दूसरे से एक साथ सर मसलते पूछा

"बिस हजार की नौकरी करते हो और टेंशन 20 लाख का रखते हो, यह लो चाबी ओर टिफिन"!

फिर विनोद वापस बाइक के पास आया, टंकी पर बैग रखा और हैंडल पर टिफिन टांगा और बाइक स्टार्ट करने लगा, 10 किक मारने के बाद याद आया, पेट्रोल रात को खत्म हो गया था, गाड़ी से उतरा और घर के बाहर जा रही ऑटो को रोक कर उसमे बैठा

"कहां जाना है"? ऑटो वाले ने पूछा

"कंपनी चलो"! विनोद ने घड़ी देखते हुए कहा

ऑटो वाले ने थोड़ी दूर ऑटो बड़ाई, तभी याद आया, बैग और टिफिन, बाइक पर ही रह गए -"अरे भैय्या,,,आटो रोको, जरूरी सामान भूल गया हूं"!

"अरे साहब,,,आप दूसरा ऑटो ले लेना, डैली कस्टमर का फोन आ रहा है"! ऑटो वाले ने कहा

"रुक जाओ यार,,,मेरा बहुत अर्जेंट काम है, पहले ही लेट हो गया हूं"! चिंतित भाव से घड़ी देखते हुए कहा

"ठीक है,,,जल्दी आना, में ज्यादा देर इंतजार नहीं करूंगा"! ऑटो वाले ने स्पष्ट कहा

विनोद उतरा और वापस दौड़ा-दौड़ा घर आया, पत्नी बैग और टिफिन हाथ में लेकर सामने खड़ी थी

"बहुत भुलक्कड़ हो गए हो आप, काम का बैग और मेहनत की कमाई तक भूल गए"! आंचल में टिफिन देते हुए कहा

"तो तुम याद दिला देती"! विनोद ने घड़ी देखते हुए कहा

"कब से आवाज लगा रही हूं, आप सुन ही नहीं रहे हो और सुनो"!

"अरे भैया,,,जल्दी आ जाओ"! ऑटो वाले ने चिल्ला कर कहा

"अरे,,,,आया यार"!

"जल्दी कहो,,,क्या कह रही थी, तुम"?" बहुत लेट हो गया हूं"! विनोद ने घड़ी देखते हुए कहा

"आप पापा बनने वाले हो"! पत्नी ने शर्माते हुए कहा

पत्नी के यह शब्द सुनकर बहुत सुकून मिला पर जल्दी की टेंशन इतनी थी कि अपनी पत्नी को स्माइल के अलावा और कुछ नहीं दे सका और वापस आकर ऑटो में बैठ गया

"अरे,,,यार भैया"! "तुम्हें, पहले ही बताया था, मुझे अर्जेंट जाना है"! ऑटो वाले ने कहा

"जितनी जल्दी करते हैं, उतने ही लेट होते हैं ऑटो थोड़ी तेज चलाओ"! विनोद ने घड़ी देखते हुए कहा

फिर वह कुछ देर बाद कंपनी पहुंचा और बॉस के केबिन में जाकर घड़ी देखते हुए कहा कहा -"गुड मॉर्निंग सर"!

"आप कौन"? बॉस ने पुछा

"मुझे नहीं पहचाना, मैं आपकी कंपनी का प्लान डिजाइनर हूं"!

"आप प्लान डिजाइनर हो नहीं, थे"! बॉस ने कहा

"सॉरी,,,,सर"! "आज थोड़ा लेट हो गया"!

"एक घंटा, थोड़ा समय होता है"! वर्मा जी, कोई बात नहीं, आपका मोबाइल कहां है"? बॉस ने पूछा

"सर,,,,मेरे जेब में पड़ा है पर डिस्चार्ज है"!

 

"बाहर जाकर, करंट के वायर पकड़ लो, क्योंकि तुम्हारा मोबाइल ही नहीं, तुम भी पूरी तरह डिस्चार्ज हो गए हो, दिल्ली से कंपनी की सीनियर टीम, हमारा प्लान देखने के लिए आई थी, इसलिए मैंने उनसे कहा, हमारे विनोद सर अभी उठे नहीं होंगे, आप चले जाइए फिर उन्होंने मुझे, एक से बढ़कर एक, इंग्लिश में गालियां दी"! "सॉरी"! "डायलॉग दिए और मेरे कान साफ करके चले गए"! बॉस ने बताया

"सर,,,,इसके लिए रियली सॉरी"!

"अरे,,,,सारी कहने की जरूरत नही है, हमने आपकी जगह दूसरे को रख लिया है, अब आपको यहां आने की जरूरत नहीं है"! बॉस ने बताया

"सर प्लीज,,,,ऐसा मत कीजिए, मेरे छोटे-छोटे बच्चे हैं"!

"तो अपने बच्चों को जहर दे दो, क्योंकि तुम जैसे गेर जिम्मेदार बाप को बच्चे पैदा करने का अधिकार नहीं है"! बॉस ने कहा

 

"जरूरत से ज्यादा बड़ी बात बोल दी तूने, मैं, तुझे सर-सर कह रहा हूं और तू, मेरे बच्चों को जहर देने की बात कर रहा है आज मैं 1 घंटे लेट हो गया तो तुझे मुझे नौकरी से निकल रहा है, जब तू हमारी तनख्वाह 10 दिन लेट करता है, तब हमारा ख्याल नहीं आता, कंपनी के नियमों का पालन हमसे कराता है और खुद कंपनी के नियमों की धज्जियां उड़ाता है"!

"माइंड योर लैंग्वेज, मैं, तुम्हारा सीनियर हूं"! बोस ने कहा

 

"सीनियर हो नहीं, सीनियर थे, जब तुमने नौकरी से ही निकाल दिया, तो में क्यों, यहां के नियमों का पालन करू और तेरे जैसे गधे को सर कहूं, साले बिना बाल के भालू, उबले हुए आलू, तुझ में मिर्च मसाला डालू, और तेल में तलकर खालू, तेरी जिंदगी पर है धिक्कार, क्योंकि तू है एक नंबर का मक्कार, भैंसे जैसा चरता रहता है और गैस कांड करता रहता है, कंपनी के असली गद्दार, तेरी जिंदगी है बेकार, सड़े हुए आम के अचार, मरे हुए कुत्ते बदबूदार"! विनोद ने कहा

"और कुछ कहना है"? बॉस ने पूछा

"कह तो सब कुछ दिया, बस सब कुछ करना बाकी है"! विनोद ने बताया

"क्या"?

विनोद ने एक तमाचा दिया और कहा -"आज के बाद किसी वर्कर के बच्चे को जहर देने की बात मत करना"!

"सिक्योरिटी"! बॉस ने चिल्ला कर कहा

एक सिक्योरिटी गार्ड दरवाजा खोलकर अंदर आया

"धक्के मार कर, बाहर निकालो, इस पागल को"! बॉस ने कहा

"किस पागल को"? गार्ड ने पूछा

"इस विनोद वर्मा को"! बॉस ने बताया

"विनोद सर ने क्या किया है"? गार्ड ने पूछा

"मैंने वही किया है, जो इस कंपनी का हर वर्कर करना चाहता है"! "काका"! "आज ढोल बजा दिया"! विनोद ने जाते हुए कहा

विनोद ऑफिस से बाहर आता है और सोचता है -"जिस नौकरी के लिए, सब कुछ छोड़ दिया था, आज उसे नौकरी ने मुझे ही छोड़ दिया, अब कहां जाऊं"? "क्या करूं"?

तभी विनोद के सामने से एक एक नशेड़ी, लहराता हुआ बड़बड़ाता हुआ दिखाई दिया

"तेरा गम अगर ना होता, तो शराब मैं ना पीता"!

ये सितम अगर ना होता, तो शराब मैं ना पीता"!

"किस गम में रम पी है दोस्त"? विनोद ने पूछा

"गम ज्यादा, दम कम था, शबाब ने धोखा दिया, शराब ने मौका दिया, इश्क करके गुनाह किया, तो कच्ची शराब का पैक पिया, ₹20 हो तो दे दो, अगले जन्म में लौटा दूंगा"! नशेड़ी ने कहा

"इस महंगाई के जमाने में, ₹20 में क्या आता है, दोस्त"! विनोद ने पूछा

"कच्ची शराब की थैली आती है"! शराबी ने बताया

"विनोद ने अपनी जब तलाशी तो उसे ₹50 मिले, यह लो,,,एक थैली तुम्हारे लिए और एक मेरे लिए भी ले आना"! विनोद ने पैसे देते हुए कहा

फिर वह दोनों एक पेड़ के नीचे बैठकर कच्ची शराब की थैलियां पी लेते हैं और वहीं बेहोश हो जाते हैं

कुछ देर बाद

विनोद को होश आता है वह देखता है उसके चारों ओर धुआं है

"अरे,,,,,यह कहां आ गया, कौन सी जगह है"?

तभी उसे सामने एक मोटा काला, हाथ में गधा लिए, सर पर मुकुट पहने और कई आभूषणों से अलंकृत, काले रंग का तेजस्वी पुरुष खड़ा दिखाई दिया

"कौन हो तुम"? विनोद ने खड़े होकर पूछा

"यम है हम,,, तुच्छ मानव, तु हमें नहीं जानता"? उसे पुरुष ने मुच्छ पर ताव मारते हुए कहा

"शराब पी रही है क्या तूने,,,,या पागल हो गया है"? विनोद ने पूछा

"कंजूस मानव, तूने टेंशन में सस्ती, जहरीली शराब पी थी, इसलिए पृथ्वी लोक से तेरा विकेट गिर गया है और यमलोक का टिकट कट गया है, देख तेरी बॉडी उस पेड़ के नीचे पड़ी है"!

विनोद ने देखा और पूछा -"अरे,,,,मेरे साथ वाले ने तो मुझसे, भी ज्यादा शराब पी थी, उसका टिकट क्यों नहीं कटा"! विनोद ने पूछा

"उस नशेड़ी की बॉडी, जहरीली शराब को एक्सेप्ट करने की कोशिश कर रही है, थोड़ी देर बाद उसका भी टिकट कट गया जाएगा"!

"अरे,,,,,अभी तक ना तो मेरी शादी हुई है, ना बच्चा हुए हैं, पूरे नहीं हुए शौक और भरी जवानी मैं यमलोक, मुझे यह विधि का विधान मंजूर नहीं है और तुम्हें पता है, मैं महाकाल का सबसे बड़ा फॉलोअर हूं, उनके सभी पोस्टों पर लाइक कमेंट शेयर करता हूं, अगर यह बात उनको पता चल गई तो तीनों लोक में भूचाल आ जाएगा भुपाल, हाँ,,,,, "!

"यमलोक में जोक से काम नहीं चलता है, मानव, तुमने, अपने हाथों से जहरीली शराब पी है, इसलिए तुम पर आत्महत्या का आरोप लगाकर, मैंने तुम्हारी फाइल चित्रगुप्त के हाथों उज्जैन भिजवा दी है"! यमराज ने बताया

"यह अन्याय है,अन्याय,,,मैं इसका विरोध करता हूं"!

"काऊं काऊं"!

कौवे की आवाज आई

"देखो,,,,तुम्हारा कौवा भी मेरी गवाही दे रहा है"!

"यम ने कौवे की तरफ देखा और फिर विनोद की ओर देखा तो विनोद गायब

"अरे,,,यह कहां गया"? यमराज ने कहा

"आपके चरणों में पड़ा हूं, यमराज"! विनोद ने बताया

"देखो,,,मानव, एक बार प्राण हरने के बाद, में किसी के प्राण नहीं लौटा सकता, यह हमारी पॉलिसी के खिलाफ है"!

"अरे,,,,यमराज जी, अगले महीने ही तो मेरी शादी हुई है और आज सुबह ही मेरी पत्नी ने बताया कि मैं बाप बनने वाला हूं और सबसे बड़ी बात, मेरा तो बीमा भी नहीं है, दो-तीन पॉलिसी ले लेने दो, जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी"! विनोद ने बताया

"तुम पर दया तो बहुत आ रही है, पर मैं विवश हूं और प्लीज मेरे पांव छोड़ दो"! यमराज ने कहा

"जब तक आप मुझे जीवन दान नहीं दोगे, तब तक मैं, आपके पांव नहीं छोडूंगा, क्रिकेट जैसे खेल में तीन रिव्यू मिलते हैं और जिंदगी और मौत के खेल में एक भी रिव्यू नहीं है, तुम्हें, तुम्हारे पापा सूर्य देव की कसम, मुझे सिर्फ एक बार जीवन दान दे दो, मैं आउट नहीं हुआ हूं, "हां"!!!विनोद ने कहा

"नारायण, नारायण,,,तभी वहां नारद मुनि प्रकट होते हैं

"यमराज,,,आपके चरणों में नवीन दास कौन है"? नारद ने पूछा

"मेरा नाम नवीन दास नहीं, विनोद दास है, मैं वह अभागा हूं, जो बिना बाल खेले ही आउट दे दिया गया और अब रिव्यू मांग रहा हूं तो वह भी नहीं मिल रहा है"! विनोद ने बताया

"नारायण, नारायण,यमराज"!"यह नवयुवक एक्सीडेंट का कैसे लगता है"! नारद ने आशंका जताई

"नहीं,, नारद मुनि,,यह नवयुवक एक्सीडेंट का नहीं, सुसाइड केस है, इसने जहरीली शराब पीकर आत्महत्या की है"! यमराज ने बताया

"मैंने आत्महत्या नहीं की है, नारद जी,,, यमराज,,,मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं, मेरा केस थर्ड अंपायर के हाथों में दे दो, फिर दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा"! "हां"!!!विनोद ने कहा

"नारायण, नारायण,,,यमराज, इसकी बातों से लगता है, इसके साथ घोर अन्याय हुआ है, हमें इसकी सहायता करनी चाहिए, अगर यह बात देवलोक तक पहुंच गई तो आपके लिए चुनौती खड़ी हो सकती है, वैसे भी चित्र गुप्त आपकी कुर्सी हथियाने के लिए षड्यंत्र रच रहा है"! नारद ने कहा

"अब आपको पता चल गया है तो समझो, तीनों लोगों को पता चल गया है, अब आप ही कोई सुझाव दीजिए, नारद मुनि"! यमराज ने विनती करते हुए कहा

"विनोद, ने यमराज के पर छोड़े और नारद मुनि के पैर पकड़कर बोला -"नारद जी,,,1 साल के अंदर अंदर, 10 बाय 10 का फ्लैट लेकर, तुम्हारा मंदिर बनवाऊंगा और रोज तुम्हारी पसंद का भोग लगाऊंगा, बस एक मौका दिलवा दो"! विनोद ने कहा

"एक सेकंड में पार्टी बदल ली, यह मानव तो बड़ा चतुर है"! यमराज ने विचार किया

"कुछ देर बाद"!

"नारायण,,नारायण, यमराज, मैंने, अपनी दिव्य दृष्टि से इस मानव के साथ हुए षड्यंत्र को देख लिया, इसने आत्महत्या नहीं कि, इसके साथ छल हुआ है, इसलिए मेरा सुझाव है, आप इसको जीवन दान दे दीजिए, इसी मैं, आपकी भलाई है"

"ठीक है,,,मैं इसे जीवन दान देने के लिए तैयार हूं पर मेरी एक शर्त है, यह बात हम तीनों के बीच में ही रहना चाहिए, जैसे ही यह बात, किसी चौथे व्यक्ति को पता चली, तो उसी क्षण इसकी मृत्यु हो जाएगी"! यमराज ने कहा

"मुझे स्वीकार है, यमराज"! विनोद ने कहा

"नारायण, नारायण, "मुझे भी स्वीकार है, यमराज"! नारद ने कहा

"मुझे भी स्वीकार है, क्योंकि मैं तो किसी से कह ही नहीं सकता हूं"! यमराज ने विनोद को गदा मारते हुए कहा और विनोद वहां से उसी क्षण, विनोद गायब हो गया

कुछ देर बाद

"अरे,,,जी, उठ जाइए, नहीं तो लेट हो जाओगे"! पत्नी आंचल ने कहा

विनोद ने उठते ही सबसे, पहले अपने आप को देखा और अपनी बॉडी को स्पर्श करके, अच्छे से टटोला

"समझ नहीं आ रहा, सपना था या हकीकत"!

फिर वह उठा और किचन में जाकर, अपनी पत्नी को फटाफट काम करते देखा

"यह टेंशन-वेंशन छोड़ो, इसमें कुछ नहीं रखा है, कोई जल्दी नहीं है, आराम से काम करो"! विनोद ने अपनी पत्नी की तरफ देखते हुए कहा

"आप,,,,मुझे ऐसे क्यों देख रहे हो"?; आंचल ने पूछा

"तुम इतनी टेंशन में क्यों काम कर रही हो"?

"आपका, ऑफिस टाइम हो गया है, अगर टाइम पर टिफिन नहीं बना पाई, तो आप टेंशन में आ जाओगे"! आंचल ने कहा

"अरे,,,यार, तुम यह फालतू काम बंद करो, ऐसी हालत में तुम्हें, आराम करना चाहिए और तुम काम कर रही हो, चलो मेरे साथ"! विनोद आंचल का हाथ पकड़ कर कमरे में लाया और उसे बेड पर बिठाया

"आज आपको क्या हो गया है"? "आज बहुत बदले बदले लग रहे हो"? नहीं तो, रोज तो, सुबह, पूरे घर को अपने सर पर उठा लेते हो"! आंचल ने कहा

"बात ही कुछ ऐसी है, चाह कर भी नहीं बता सकता और अगर बता दी तो यमराज बुरा मान जाएंगे"! विनोद ने कहा

"आज तुम्हारी बातें समझ नहीं आ रही है, मुझे जाने दो, खाना बनाना है"! आंचल ने कहा

"ठीक है,,,बनाओ पर नो टेंशन होकर, कोई जल्दी नहीं है, जान है तो बुढ्ढा भी जवान है और गधा भी पहलवान है "! विनोद ने कहा

फिर वह, अपने बॉस को आंचल के मोबाइल से व्हाट्सएप पर प्लान वीडियो भेजता है और फोन लगाकर कहता है -"गुड मॉर्निंग सर,,,,आपको व्हाट्सएप पर प्लान की वीडियो भेज दी है, आज दिल्ली से जो सीनियर टीम आ रही है, उन्हें यह वीडियो दिखा देना, मैं 9:00 बजे तक आऊंगा"!

"अरे यार,,,तुम कौन सा नशा करते हो, दिल्ली वाली सीनियर टीम कल आने वाली थी पर नहीं आ पाई, इसलिए आज आ रही है, तुम फटाफट आ जाओ, अगर आज की मीटिंग में नहीं आए तो तुम्हारी नौकरी गई"! सर ने कहा

"मतलब,,,यमराज ने मेरी जिंदगी का एक दिन डिलीट कर दिया"! विनोद ने कहा

"क्या"? सर ने पूछा

"मेरा मतलब,,,मैंने फटाफट काम करने की टेंशन, अपनी जिंदगी से डिलीट कर दी है, आप यह वीडियो, सीनियर टीम को दिखा देना और सुनो, मेरी नौकरी तो बाद में जाएगी, पहले तुम्हारी नौकरी जाएगी, इसलिए चुपचाप इज्जत से इस वीडियो को उन्हें दिखा देना, वह तुमसे ज्यादा समझदार नहीं होंगे, इसीलिए समझ जाएंगे"! और विनोद ने फोन काट दिया

और वापस पत्नी के पास आकर -"तुम, मुझे कुछ बताने वाली थी"?

"हां"! "नहीं,,,नहीं,,,मैं तो कुछ नहीं बताने वाली थी, तुमने कोई सपना देखा होगा, वैसे एक बात है, जो तुम्हें बताना है पर वह जाते वक्त बताऊंगी, सरप्राइज है"! आंचल ने कहा

"ठीक है,,,तब तक बता देना, कोई जल्दी नहीं है, कोई टेंशन नहीं है, मैं नहा कर आता हूं"! विनोद ने जाते हुए कहा

"मैं, आपके कपड़े, जूते, टाई निकाल देती हूं"! आंचल ने कहा

"मैं निकाल लूंगा, तुम आराम से और प्यार से खाना बनाओ फिर हम दोनों, साथ खाएंगे, तुम मुझे खिलाना, मैं, तुम्हें खिलाऊंगा"! विनोद ने कहा

"आज आपको हो क्या गया है"? "बहुत रोमांटिक मूड में हो"! आंचल ने पूछा

"टेंशन की बीमारी खत्म कर दी है, अब ना तो कभी किसी को टेंशन दूंगा और ना कभी किसी से टेंशन लूंगा, हां"!...विनोद ने जाते हुए कहा

कुछ देर बाद

विनोद तैयार होकर आता है, उसकी पत्नी डाइनिंग टेबल पर बैठी, उसका इंतजार कर रही है, उसने विनोद को देखकर कहा -"आपने तैयार होने में 9:00 बजा दी, अब कब आफिस जाओगे"! आंचल ने पूछा

"मेरी नजर में पत्नी से ज्यादा खतरनाक टेंशन घड़ी है, पत्नी तो घर में नचाती है पर घड़ी पूरी दुनिया में नचाती है, पत्नी तो सिर्फ घर में मिलती है, घड़ी तो हर जगह मिल जाती है और देखते ही टेंशन शुरू,,,इतनी बजे वहां जाना है, इतने बजे यह काम करना है"!

"नाश्ता कर लीजिए, ठंडा हो रहा है"! आंचल ने कहा

"तुम, खिलाओ यार,,,नहीं,,,मैं, तुम्हें खिलाता हूं"! विनोद ने खिलाते हुए कहा

फिर आंचल ने विनोद को खिलाया, दोनों खाना खाकर, बाहर आते हैं, आंचल ने बाइक पर टिफिन टांगा और कहां -"गाड़ी की चाबी तो अंदर ही रह गई है, अभी लाती हूं"!

"रहने दो, गाड़ी में पेट्रोल नहीं है, आज ऑटो से जाऊंगा"!

तभी वहां ऑटो वाला आकर रूकता है और पूछता है -"कहां जाओगे"?

"कंपनी जाना है"! विनोद ने कहा

"फटाफट, बैठ जाओ"! ऑटो वाले ने कहा

"ओ,,,जल्दबाजी की फटाफट, फटफटी, मुझे नहीं जाना कहीं फटाफट"! विनोद ने कहा

"वो क्या है ना सर,,,मेरे डेली कस्टमर का फोन आ रहा है, इसलिए थोड़ी जल्दी कर रहा हूं"! ऑटो वाले ने मीठे स्वर में कहा

"तो जाकर डैली वाले को बिठा, में वीकली वाला हूं"! विनोद ने कहा

"अरे,,,,,यहां खड़े-खड़े क्या कर रहे हो, चले जाओ, इसी ऑटो से"! आंचल ने कहा

"भाभी जी,,,आप कितनी समझदार हो"! ऑटो वाले ने कहा

"बहुत सोच समझ कर शादी की है, इस से, इसलिए इससे ज्यादा समझदार हूं, कंपनी ले चल"! "बाय जानू"! विनोद ने ऑटो में बैठते हुए कहा

"ऑटो वाले ने थोड़ी दूर, ऑटो चलाई और विनोद बोला

-"अरे रुको, रुको,,,,,मेरी पत्नी से एक जरूरी बात बाकी रह गई है, मैं अभी आया"! विनोद ने उतरकर कहा

"रात भर बात करके, पेट नहीं भरा तुम्हारा"! ऑटो वाले ने कहा

"तेरा भर गया"! विनोद ने पूछा

"हां,,,इसीलिए पत्नी के उठने से पहले, सुबह उठ जाता हूं और जब वह सो जाती है, तब रात को 12:00 बजे घर जाता हूं, उसकी सोए सोए और मेरी जागे जागे जिंदगी कट रही है"! आटो वाले ने कहा

विनोद उसकी बात सुनकर हंसता हुआ, अपनी पत्नी के पास आता है,

"वापस क्यों आए"? पत्नी ने पूछा

"सरप्राइज बताओ"? विनोद ने पूछा

"आप पापा बनने वाले हो"! आंचल ने कान में कहा

"अच्छा"! "मेरे पास भी तुम्हारे लिए एक सरप्राइज है"!

"क्या है, बताओ"? आंचल ने पूछा

"तुम, मम्मी बनने वाली हो"! विनोद ने आंचल को गले लगाते हुए कहा

"अरे,,,,छोड़ो मुझे, लोग देख रहे हैं"! आंचल में शर्माते हुए कहा

"अरे,,,,भैया, तुम्हारे हाथ जोड़ता हूं, यह सब बाद में कर लेना"! ऑटो वाले ने कहा

"तुझे किसने रोका है, चला जा"! विनोद ने कहा

"अब जाओ"! आंचल कंधे मोड़ते हुए कहा

"आज तुमने ऐसी खुशी दी है, उसे मैं जिंदगी भर बरकरार रखने की कोशिश करूंगा, जो आनंद और सुख, आज और अभी में है, वह कभी में, कभी भी, नहीं है, "हां",,,,!विनोद ने कहा

"जाओ ऑटो वाला बुला रहा है"! आंचल ने इशारा करते हुए कहा

"तुम उसकी टेंशन मत लो, यह बताओ, तुम्हारे लिए आज क्या लेकर आऊं"!

"तुम, जल्दी आ जाना,आज घूमने चलेंगे"! आंचल ने कहा

विनोद ऑटो में आकर बैठा -"अरे भैया,,,,तुम्हें अच्छे से पता है, मुझे जल्दी जाना है, फिर भी लेट कर रहे हो"! ऑटो वाले ने कहा

"आटो धीरे चला, तुझे जल्दी है तो रुका क्यों है"? मैंने तो नहीं रोका था, यह जल्दबाजी ही हमारी जिदंगी की सबसे बड़ी टेंशन है, जल्दबाजी में कभी भी, कोई काम ठीक से नहीं होता है, मुझे देख लो, 2 घंटे लेट कंपनी जा रहा हूं, फिर भी थोड़ी सी टेंशन नहीं है"!

विनोद ऑटो से उतरकर अपने बॉस के केबिन में आता है

"गुड मॉर्निंग सर"!

"दोपहर में मॉर्निंग नहीं, आफ्टरनून कहो"! बॉस ने कहा

"टेंशन के कारण आप दो घंटे आगे चलने की कोशिश कर रहे हो, अभी मॉर्निंग ही चल रही है"! विनोद ने कहा

"तुम्हें शर्म नहीं आती, कल आए नहीं, आज 2 घंटे लेट आए हो और मुझे समझा रहे हो, तुम्हें नौकरी से हटा दिया गया है, अब यहां आने की कोई जरूरत नहीं है"! बॉस ने कहा

"कोई बात नहीं, दूसरी नौकरी ढूंढ लूंगा, इससे अच्छी नहीं तो बुरी तो मिल ही जाएगी और कोई नौकरी नहीं मिली तो मजदूरी कर लूंगा, पर कभी टेंशन नहीं लूंगा"! विनोद ने कहा

"बड़ा अजीब आदमी है, नौकरी चली गई और इतनी सी भी टेंशन नहीं है"! बॉस ने पूछा

"टेंशन करने से नौकरी वापस मिल जाएगी क्या"? नहीं ना,,,,,पर आप चाहते हो, मैं, आपके सामने गिड़गिड़ाउ, आपके हाथ जोड़ूं, आपसे माफी मांगू, सॉरी सर,,,यह सब मुझसे नहीं होगा"! धर्मेंद्र ने जाते हुए स्पष्ट कहा

"रुको,,,तुम्हारा प्लान डिजाइन का वीडियो, दिल्ली वाली टीम को इतना पसंद आया कि उन्होंने वह वीडियो देखते ही, हमें कांटेक्ट दे दिया है और तुम्हारा प्रमोशन भी कर दिया है"! बॉस ने बताया

"ठीक है,,,,मेरा आज का काम हो गया, अब मैं कल आता हूं"! विनोद ने कहा

"अरे,,, खुशी तो रिएक्ट करो"! बोस ने कहा

"नहीं करूंगा,,,क्योंकि हर बड़ी खुशी के साथ एक बड़ी टेंशन भी आती है, सुबह पत्नी ने कहा, तुम पापा बनने वाले हो पर दुनिया में हर बाप की जिंदगी टेंशन से भरी पड़ी है, मुझे मेरे होने वाले बच्चे के साथ, नो टेंशन जिंदगी जीने का प्लान बनाना है"! 🙏🙏

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3 Comments

madhura

27-Sep-2023 10:09 AM

Awesome

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hema mohril

26-Sep-2023 09:10 AM

Amazing

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Gunjan Kamal

25-Sep-2023 10:35 AM

👌👏🙏🏻

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