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गजानन स्वामी की जय




गजानन स्वामी की जय

शिव पार्वती जी के लाला
ऋद्धि सिद्धि के स्वामी
दुःख से भरे जहां को
राहें नई दिखा दीजिए
हो जाएं सबका कल्याण
ऐसी कृपा करो हे कृपानिधान।
जीवन नैया है मझधार में
ठोकरे खा रहे है हम
मन में ज्ञान की ज्योति जगा दीजिए
जीवन नैया को किनारे लगा दीजिए।
नही चाहिए मुझें धन और संपत्ति
तेरी कृपा का एक कण चाहता हूं
हे दयालु दया कर दीजिए
धर्मधाम का द्वार दिखा दीजिए।
दुःख में जलूं, न सुख में फूलूं
अपना शुभ कर्तव्य न भूलूं
कृपा करो हे कृपानिधान
मुझ में न रहें कुछ अभिमान।
मेरी क्षुद्र वासना का क्षय हो
मेरा चित्त तुम्हीं में लय हो
हो जाएं मेरा कल्याण
ऐसी कृपा करो हे कृपानिधान।

नूतन लाल साहू




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खूबसूरत भाव और अभिव्यक्ति

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