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नौ देवियाँ

नव देवियाँ नारी शक्ति हैं।

फिर भी शक्ति विहीन है नारी।।
लक्ष्मी पार्वती अपार शक्ति।
फिर क्यों शक्ति विहीन है नारी।।

गली-गली महिषासुर बैठे।
रक्तबीज दरवाजे खड़े हैं।।
कब निकलेगी कहाँ से दुर्गा।
आज यहाँ कल वहाँ सुपारी।।

रक्तबीज मरे गिरती बूँदें।
धरती भर गई दैत्यों से।।
किस-किस को मारेगी देवी।
सिर्फ नव रूप समाई गौरी।।

नौ दिन सजे पांडाल माँ के।
चण्ड-मुण्ड रक्तबीज आए।।
छेड़ छाड़ करते दुर्गा से।
अश्लील हरकतें अति भारी।।

बत्ती अगर गुल हो जाए तो।
अंगों को भी छू जाते हैं।।
धूल उड़ाते कंकड़ फैंके।
कोख लजाते अत्याचारी।।

शक्ति दी गई पुलिस प्रशासन।
महिषासुर को मार गिराए।।
भैंसा बनती पुलिस उसी की।
माँ को करें वारंट जारी।।

महिषासुर ने ताकत देदी।
अपने जैसे चाण्डालों को।।
रक्तबीज गंदा रक्त बन गया।
चण्ड-मुण्ड रहे सिर सवारी।।

पार्वती नव रूप अधिष्ठात्री।
कण-कण में नव दुर्गा समाई।।
पल में चाहे जिसे मिटाए।
सदा रहे जयकार तुम्हारी।।

महाशक्ति की पराकाष्ठा हो।
कोई दानव ना बच पाए।।
कब प्रदान करोगी चक्र गदा।
क्या शक्ति बिन जीतेगी नारी।।

पुरुष प्रधान समाज युग में।
दैत्यों का आतंक बहुत है।।
कब प्रकट हो जाए भैंसा।
कब सिंह पड़े उसपर भारी।।

माँ तू ही आकर देख धरा।
शुम्भ-निशुम्भ गली-गली घूमते।।
लाश में वासना दिख जाती।
गाए तकिया कलाम गारी।।

कन्या में नारी दिखती है।
वासना के डोरे बहकते।।
सौंप दे माँ त्रिशूल प्रत्यंचा।
मिट जाएगा अत्याचारी।।

तुझसे ही संसार चले माँ।
विशिष्ट प्रयोजन नारी सौंपा।।
जननी है फिर भी दुख झेले।
स्वयं कोख से "श्री" तू हारी।।

स्वरचित-सरिता श्रीवास्तव "श्री"
धौलपुर (राजस्थान) 

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5 Comments

सुन्दर सृजन

Reply

Sarita Shrivastava "Shri"

20-Sep-2023 03:36 PM

🙏🙏

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Gunjan Kamal

20-Sep-2023 08:14 AM

👏👌🙏🏻

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Sarita Shrivastava "Shri"

20-Sep-2023 03:36 PM

🙏🙏

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Sarita Shrivastava "Shri"

19-Sep-2023 10:33 PM

👌👌

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