अभिमान
सर्वप्रथम माँ शारदे को नमन
तत्पश्चात"लेखनी" मंच को नमन
मंच के सभी श्रेष्ठ सुधीजन को नमन
शीर्षक -:अभिमान
दिनाँक-20-09-2023
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किस बात करते हो इतना अभिमान।
मानुष तन मिला है रख स्वाभिमान।।
आए हैं हम धरा पर करने को कुछ काज।
करना है तो करो कुछ सराहनीय काज ।।
माता पिता की सेवा कर निभाओ अपना फर्ज।
जरूरतमंद की मदद कर निभाओ अपना धर्म।।
किस बात का करते हों इतना अभिमान।
राजा हो या रंक टूटता है अभिमान। ।
आभा मिश्रा कोटा-राजस्थान
Milind salve
01-Oct-2023 10:50 AM
V nice
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Gunjan Kamal
21-Sep-2023 06:02 PM
👏👌
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
21-Sep-2023 08:06 AM
सुन्दर सृजन
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