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सनकी

""सनकी"" """"""""'""""""" "सनकी" शब्द सुनकर, आपको लग रहा होगा, मैं किसी पागल, मेंटल के बारे में बताने वाला हूं, तो आप बिल्कुल गलत सोच रहे हो, क्योंकि भले सारी दुनिया, अपुन के दोस्त को पागल समझती हो, सनकी कहती हो! पर अपुन की नजर में, आखी दुनिया में, इससे अच्छा इंसान नहीं है, क्योंकि अपने दोस्त का चलने का तरीका, बात करने का तरीका, सोचने का तरीका, एकदम हीरो जैसा है अपना दोस्त दाया पांव सीधा चलता है तो बायां पांव तिरछा चलता है, पांव में कोई प्रॉब्लम नहीं है, यह उसका स्टाइल है, बोलने का तरीका अलग इसलिए है, क्योंकि यह एक पंक्ति को आधी तेजी से बोलता है और आधी पंक्ति को स्लो मोशन में, या गाकर बोलता है और इसकी सोच सबसे अलग इसलिए है, इसका अंदाजा, आप हमारे घर से लगा सकते हो, यह बड़ा सा चैंबर हमारा घर है, जिसमें हम दोनों आराम से रहते हैं इस घर में सारी व्यवस्था है, सिवाय लाइट के, क्योंकि ब्लैक कलर अपने भिड़ू का फेवरेट कलर है, इसलिए अपुन का दोस्त, हमेशा काले कपड़े पहनता है

आपने इसके बारे में इतना जान लिया, तो अब यह भी जान लीजिए, इसको सनकी क्यों कहते हैं? क्योंकि यह हर 5 सेकंड में, दो बार, बैक टू बैक सर हिलाता है, बस इसी कारण इसे सनकी कहा जाता है

अब आप सोच रहे होंगे, मैं, आपको इसके बारे में क्यों बता रहा हूं, तो शायद आपने, आज का पेपर नहीं पड़ा, आज किसी भी भाषा का पेपर उठा लिजिए, आज अपुन के दोस्त का फोटो, फ्रंट पेज पर मिलेगा, क्योंकि कल मेरे दोस्त ने एक महिला कलेक्टर की इज्जत बचाई है, देश के सभी न्यूज़ चैनल और सोशल मीडिया पर अपुन का दोस्त वायरल हो गया है

अब आप यह भी सोच रहे होंगे कि, मैं कौन हूं, तो मैं अपने बारे में खुलकर बता देता हूं, अपुन का नाम टाइगर है, लोग अपुन को कुत्ता कहते हैं, पर मैं, उनकी बातों का बुरा नहीं मानता ,क्योंकि "कुछ तो लोग कहेंगे"! "लोगों का काम ही कहना"! यह मेरा फेवरेट सॉन्ग है, अब अपुन के बारे में, बाद में बताऊंगा, पहले तुम्हें, अपने दोस्त सनकी की कहानी सुनाता हूं आज जिस सनकी को पूरा देश जानता है, कल तक उसे हमारी झोपड़पट्टी के 400 लोग ही जानते थे, इसकी कहानी जानने के लिए, हमें ज्यादा नहीं, सिर्फ 2 साल पीछे जाना पड़ेगा, जब अपुन के दोस्त का नाम सनकी नहीं, शिवा था!

(2 साल पहले )

मुझे अच्छे से याद है, उस दिन मेरा जन्मदिन था और अपुन का दोस्त शिवा, अपुन के वास्ते, फुलो का हार ओर केक लेकर आया था और हम दोनों नदी किनारे पार्टी कर रहे थे, तभी वहां हमारी गली का एक लड़का भागता हुआ आया और उसने कहा -"शिवा, तेरी मां की तबीयत, बहुत खराब हो गई है, जल्दी घर चल"!

यह सुनते ही हम दोनों भागते हुए घर आए, एक झोपड़ी में बीमार मां, टूटी-फूटी खटिया पर पड़ी थी और खास रही थी!

"माँ क्या हुआ"? शिवा ने पूछा

"कुछ नहीं, तू आ गया है, सब ठीक हो जाएगा"! माँ ने कहा

फिर हम, मां को अस्पताल लेकर आए और डॉक्टर से चेकअप कराया!

"क्या तुम्हारी माँ, धुएं से जुड़े काम करती है"? डॉक्टर ने एक्सरा देखते हुए कहा

"नहीं, ,,,पर हम कचरा मैदान के सामने वाली, झोपड़पट्टी में रहते हैं, वहां हमेशा कचरा जलता रहता है, इसीलिए धुआँ भी हमेशा रहता है "!शिवा ने बताया

"उस जहरीले धुएं से, तुम्हारी मां के फेफड़े, बहुत ज्यादा खराब हो गए हैं, हमें जल्द इनका ऑपरेशन करना पड़ेगा, 80000 का खर्च आएगा"! डॉक्टर ने कहा

"ठीक है, मैं पैसे ले आऊंगा, ऑपरेशन की तैयारी करो, "डॉक्टर साहब"! "ऑपरेशन के बाद, मेरी माँ, ठीक तो हो जाएगी"! शिवा ने पूछा

"कुछ कह नहीं सकते हैं, सिर्फ कोशिश कर सकते हैं"! डॉक्टर ने बताया

फिर शिवा, अपनी मां के पास आता है, मां बेड पर लेटी है, बोतल चढ़ रही है, शिवा ने अपनी मां की आंखों से बहते आंसू पोछे!

"तु, क्यो अपनी मेहनत की कमाई, मेरे इलाज में बिगाड़ रहा है"! मां ने कहा

"मां,,,यह हॉस्पिटल बहुत सस्ता है, यहां बस दवाई के पैसे लगते हैं"! शिवा ने कहा

"क्यों झूठ बोल रहा है"? "मेरा समय आ गया है"! मां ने कहा

"देख, तू फोकट बात करेगी ना, तो अभी इस अस्पताल की छत से कूद जाऊंगा"! शिवा ने रोते हुए कहा

"तू, तो शिवा है, रे, और शिव की आंखों में, किसी भी परिस्थिति में, आंसू नहीं आते हैं, मैंने, तुझे लोगों के आंसू पोछना सिखाया है और तू, अपनी मां को रोते हुए, विदा कर रहा है"!

"उस शिवा की माँ नहीं है, इसीलिए वह रोता नहीं है पर मेरी मां है और मेरी मां को तकलीफ में देखकर, मुझे दर्द होता है, इसीलिए मैं रो रहा हूं"! शिवा ने रोते हुए कहा

"बस आज और रो लें, क्योंकि तेरी जिंदगी की सबसे बड़ी कमजोरी, तेरी मां है, फिर आज के बाद तुझे, दुनिया की कोई ताकत रूला नहीं पाएगी"! मां ने कहा

"फिर फालतू बात शुरू कर दी, तू ही तो मेरी, सबसे बड़ी ताकत है, तूने ही मुझे जन्म दिया और दिन रात लोगों के झाड़ू, बर्तन, कपड़े धोकर मुझे, पढ़ाया-लिखाया और इतना बड़ा किया, मुझ में तेरी मेहनत का ही, खून बह रहा है, मैं,,तेरा ही तो एक रूप हूं, "मां"! "मुझ में तेरी ही शक्ति है"! शिवा ने कहा

"बहुत बड़ा हो गया है, मेरा शिवा, अब मुझसे एक वादा कर, सोनिया बहुत अच्छी लड़की है, तेरा जीवन भर साथ निभाएगी, तु कभी उसका दिल मत दुखाना, जैसे मेरी बात मानता है, वैसे ही उसकी भी बात मानना, वह जो कहे, वही करना"!माँ ने कहा

"मैं वादा करता हूं, मैं उसकी हर बात मानूंगा, अब तु आराम कर, ज्यादा बात मत कर, मैं कुछ देर में आता हूं"! शिवा ने अपनी मां को कंबल ओड़ाते हुए कहा

फिर शिवा हॉस्पिटल के कमरे से बाहर आकर मुझसे कहता है -"टाइगर"! "माँ के इलाज के लिए, ₹80000 की जरूरत है, मैं पैसों का इंतजाम करने जा रहा हूं, तु यही रहना और मां का ख्याल रखना"!

फिर शिवा, वहां से भागता हुआ, एक घर पर आता है और एक व्यक्ति से कहता है -"काजिम भाई, मुझे ₹80000 की सख्त जरूरत है, तुम जो कहोगे, मैं वह करूंगा"!

"खुदा की कसम,,,जरूरत इंसान से, क्या कुछ, नहीं करा सकती, तु ईमानदार लड़का है, इसलिए तुझ पर, भरोसा कर रहा हूं, इस बैग को, इस चिट्ठी में लिखे पते पर पहुंचा दे और आकर तेरे ₹80000 ले जा"! काजिम ने कहा

शिवा बैग और चिट्ठी उठाता है और चल देता है

"अरे,,,,पूछेगा नहीं, इस बैग में क्या है"? काजिम ने पूछा

"मेरी,,मां ने कहा था, कभी कोई गलत काम मत करना, अगर पता चल गया, गलत काम है, तो कर नहीं पाऊंगा, और उसे भी नहीं बचा पाऊंगा, जिसने सही-गलत सिखाया है"! शिवा ने पलटते हुए कहा

"जा, खुदा तुझे कामयाब करें"! कासिम ने दुआ में कहा

शिवा को जिस होटल में यह बैग पहुंचाना है, वहां पहले ही सिविल ड्रेस में पुलिस खड़ी है और वह उन सभी लोगों, को पकड़ रही है, जिन पर उन्हें संदेह हो रहा है

शिवाव समझ जाता है कि यह पुलिस वाले हैं, इसीलिए वह होटल में नहीं जाता और होटल के बाहर, एक दुकान से पानी की बोतल खरीदना है और उस पानी को ढोल देता है फिर वह होटल के बाहर, वाहन पार्किंग में आकर, एक बाइक से पेट्रोल निकाल कर, उस बाटल को भर लेता है और उसी बाइक, को पेट्रोल से नहला कर, उसमें आग लगाकर भाग जाता है, बाइक में आग लगते ही, चारों तरफ भगदड़ मच जाती है

यह देख, वह पुलिस वाले, कुछ देर के लिए होटल के सामने से हट जाते हैं और शिवा होटल के उस रूम, में वह बैग लेकर पहुंचता है, उस रूम में एक व्यक्ति बैठा है शिवा उससे कहता है -"मुझे कासिम भाई ने भेजा है, मेरे सवाल का जवाब दो और माल लो, "क्या रावण राक्षस था"? शिवा ने पूछा

"मुझे नहीं पता"! उस व्यक्ति ने शिवा को एक पेन ड्राइव देते हुए कहा

शिवा वह बैग उसे देता है और पेन ड्राइव लेता है और जाने लगता है तभी वह व्यक्ति पूछता है -"बाहर पुलिस वाले खड़े हैं, तुम अंदर कैसे आए"?

"आया तो पैरों से था, पर चला दिमाग से हूं"! शिवा ने कहा

"मेरे लिए, काम करोगे"? उस व्यक्ति ने पूछा

"कभी जरूरत पड़ी तो तुम्हें, ढूंढने की कोशिश करूंगा"! शिवा ने कहा

"और अगर मुझे, तुम्हारी जरूरत पड़ी तो"! उस व्यक्ति ने पूछा

"कचरा मैदान, आ जाना"!

शिवा वहां से कासिम के पास आता है और उसे वह पेन  देता है

"शिवा तुम्हें पता है, इस पेन ड्राइव में क्या है"? काजिम ने पूछा

"मुझे, मेरे पैसे दे दो, मेरे पास यह जानने का समय नहीं है"! शिवा ने स्पष्ट कहा

"खुदा की कसम, जरूरत इंसान से क्या कुछ, नहीं करवा सकती, यह लो तुम्हारा इनाम"!

फिर शिवा पैसे लेकर, हॉस्पिटल आता है, वहां सफेद कफन में लिपटी, अपनी मां की लाश को देखा और वही अपने घुटनों के बल गिर जाता है और रोने लगता है

"तुमने, आने में देर कर दी शिवा"! डॉक्टर ने कहा

फिर कुछ देर बाद

पीछे से शिवा के कंधों पर किसी, लड़की के हाथ आते हैं और शिवा को संभालते हैं, शिवा उन हाथों को अपने हाथों में भरता है और उन्ही पर अपना सिर, रखकर रोने लगता है

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3 Comments

madhura

27-Sep-2023 10:10 AM

Awesome

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hema mohril

26-Sep-2023 09:11 AM

Awesome

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Gunjan Kamal

25-Sep-2023 10:34 AM

👌👏

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