मंजिल

जलाकर खुद को रोशनी कर सको तो चलो,

गम सह कर भी खुशियां बांट सको तो चलो।

छोटी खुशियों में प्यार ढूंढ सको तो चलो,
तुम अपना कोई नया रंग बना सको तो चलो।

माना कि मंजिल दूर है कदम बढ़ा सको तो चलो,
मुश्किल होगा सफर, भरोसा है खुद पर तो चलो।

राह में साथ नहीं मिलेगा अकेले चल सको तो चलो,
जिंदगी के अगर कुछ मीठे लम्हे बुन सको तो चलो।

सफर में धूप तो बहुत होगी तप सको तो चलो
भीड़ तो बहुत होगी नई राह बना सको तो चलो।

खुद पर हंसकर दूसरों को हंसा सको तो चलो,
दूसरों को बदलना छोड़ कर खुद बदल सको तो चलो।

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3 Comments

बेहतरीन अभिव्यक्ति और खूबसूरत भाव

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Reena yadav

25-Sep-2023 11:01 AM

👍👍

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Gunjan Kamal

25-Sep-2023 08:26 AM

बहुत खूब

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