डाकिया.....
खाकी वर्दी पहन के....
टांग के थेला....आया है
देखो देखो बच्चो जल्दी देखो....
डाकिआ कितने ख़त लाया है....
सर पे टोपी,,,
मूछे मोटी,,,,
कुछ खबरे सच्ची सच्ची....
कुछ झूठी लाया है....
देखो देखो....
बच्चो जल्दी देखो.....
पहन के खाकी वर्दी...
डाकिआ घर को आया है...
ना जाने कितनो की खुशियाँ..
झोली मै भरकर...
ना जाने कितने गम लाया है..
देखो देखो बच्चो...
जल्दी देखो....
डाकिआ घर को आया है.....
कितनो को हसा कर जायेगा...
ना जाने कितनो को रुलाने आया...
देखो देखो बच्चो...
जल्दी देखो...
डाकिआ घर को आया है....
fiza tanvi ✍️
Niraj Pandey
17-Oct-2021 04:09 PM
बहुत खूब
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ऋषभ दिव्येन्द्र
17-Oct-2021 01:15 PM
बहुत ही सुन्दर पंक्तियाँ 👌👌
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Payal thakur
17-Oct-2021 10:08 AM
👌👌
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