तारीफ

तुम जो मिले मुझे तो सब देखते ही रह गए 

अब सच कहूं मैं  भी हैरान सी  हो गयी ....

तारीफ तो ये है हम तुम्हें जानते भी नहीं,
मगर आपके बारे में सोचती ही रह गयी....

मीठी मीठी बातें तेरी जो  गुफ्तगू हो गयी
मैं अपनी हसरतों को नापती ही रह गयी....

कैसे कहूं अंजान सही फिर भी प्यार है,
बस अपनी चाहतों की इबादत सी हो गयी....

दिल चाहता है आप हमसे यूं ही मिलते रहे,
ये इश्क के समुंदर मे, मैं भीगती ही रह गयी....

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10 Comments

खूबसूरत भाव

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Milind salve

01-Oct-2023 10:40 AM

V nice

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Reena yadav

30-Sep-2023 08:44 PM

👍👍

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