लेखनी प्रतियोगिता -14-Oct-2023
#दिनांक :-14/10/2023
#शीर्षक:- गणपत देवा गीत
देवा गणपति देवा--2
दूर्वा चढाऊँ मोदक खिलाऊँ ,
प्रतिदिन भजन मैं गाऊँ
देवा गणपति देवा--2
मूषक वाहन तेरा,
त्रिपुरारी सुत हो,
हे पार्वती नन्दन,
तुम हरते दुख हो ,
प्रथम पूजते तुमको,
सम्मान तेरा होता।
कष्ट सभी के हरते
सब रिद्धिमान होता।
देवा गणपति देवा----2
विध्नविनाशक,
हे संकटनाशक ,
कृपा करो,
हे गजकर्णक,
भालचंद्र प्रिय,
सुमुख विनायक ,
अज्ञानी प्रतिभा को ,
लो अपनी शरणा
देवा गणपति देवा---2
रचना मौलिक, अप्रकाशित,स्वरचित और सर्वाधिकार सुरक्षित है।
प्रतिभा पाण्डेय "प्रति"
चेन्नई
Mohammed urooj khan
16-Oct-2023 01:20 AM
👌👌👌👌
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RISHITA
15-Oct-2023 06:25 AM
V nice
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zoom gaming
14-Oct-2023 10:49 PM
👍🏻
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