अंबे मैया
मंदिर में कूके कोयलिया, मैया मैके में आईं।
नौ दिन बहार महके बगिया, मैया मैके में आईं।
घर-घर मण्डप नव रूप सजाएं,
माँ का जगराता वंदन गाएं।
भक्तों पर दुर्गे की नजरिया, मैया..
लाल-लाल चुनरी चम-चम चमके,
हाथों का चूड़ा, खन-खन खनके,
छम-छम बाजे है पायलिया, मैया..
केहरि वाहन अंबे का डोला,
अमुआ शाख सजा है हिंडोला,
झूला झुला रहे लांगुरिया, मैया..
ध्वजा नारियल माँ को चढ़ाएं,
हलवा पूड़ी का भोग लगाएं,
लाल-लाल उढ़ाएं चुनरिया, मैया..
ऊँचे पहाड़ "श्री" भवन सजा है,
महा माई का डंका बजा है,
जयकारा बोलें जोगनिया, मैया..
स्वरचित-सरिता श्रीवास्तव "श्री"
धौलपुर (राजस्थान)
Mohammed urooj khan
16-Oct-2023 04:23 PM
👌👌👌👌
Reply
Shashank मणि Yadava 'सनम'
16-Oct-2023 08:25 AM
सुन्दर अति सुन्दर
Reply
Abhinav ji
16-Oct-2023 07:34 AM
Very nice 👍
Reply