लेखनी कहानी -21-Oct-2023
चिक चिक बीवी की चिक चिक से परेशान, सामान बांध अपने साथ। सोचा ट्रेन से दूर चला जाऊं, ट्रेन पर जैसे ही चढ़ा। उसे लगा जैसे कोई कह रहा, मत जा मत जा पटरी से उतर जाएगी। सोचा फ्लाइट से जाता हूं, दूर कहीं उड़ जाता हूं। प्लेन पर जैसे चढ़ने लगा आई आवाज मत जा मत जा क्रश हो जाएगा। सोचा बस से अब मैं जाता हूं। घरवाली से मुक्ति पाता हूं। आवाज तभी कहीं जोर से आई, खाई में बस गिर जाएं भाई। गुस्सा उसकी घना आ गया चीख कर जरा वह तो बोला। कौन है जरा यह तो बता। आवाज तभी उसकी आई मैं भगवान। रोना उसको घना आ गया, घोड़ी जब में चढ़ रहा था। तब क्यों यह आवाज न आई, मस्ती मजाक सूझ रहा था सपने सुनहरे देख रहा था शहनाईयों की तान में खोया। कैसे सुनता तू मेरी बात झूम रहा था तब तू साथ। आई जब कर्म की बात नादान मैदान छोड़कर तू तो रोया।। रचनाकार ✍️ मधु अरोरा
Mohammed urooj khan
23-Oct-2023 02:05 PM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
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Reena yadav
21-Oct-2023 07:06 PM
👍👍
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