स्वैच्छिक विषय फायकु
कृष्ण के विरह में (फायकू)
सरिता उदास है
तुम्हारे लिए
कब सुध लेने आओगे
बाट जो रही की
तुम्हारे लिए
तुम्हारी वंशी की तान
ह्रदय प्रफुल्लित करती
तुम्हारे लिए ।
मधुवन मे तड़फती ब्रजवाला
चित चोर कन्हैया
तुम्हारे लिए ।
कन्हैया तुम्हें हम बुलाएंगे
ह्रदय में बसाएंगे
तुम्हारे लिए
सताती हमें मोह माया
इसे चरणों चढ़ाएंगे
तुम्हारे लिए
मीरा ने पाया कान्हा
पग बढ़ाते रहेंगे
तुम्हारे लिए
सरिता दर्श चाहती प्रभुजी
आरजू दिल बताएंगे
तुम्हारे लिए ।
सुनीता गुप्ता सरिता कानपुर
Mohammed urooj khan
25-Oct-2023 12:26 PM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
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Gunjan Kamal
24-Oct-2023 03:12 PM
बहुत खूब
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