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लेखनी प्रतियोगिता -01-Nov-2023

*# प्रतियोगिता हेतु*
मरहटा छंद
10,08,11 पदांत 21


हे मेरे गिरधर, सुन लो प्रियवर, आओ ले अवतार।
तुम हो मुरलीधर, सुख के सागर, देदो रस की धार।।

कान्हा दो दर्शन, बेकल यह मन, रोते मेरे नैन।
सूना मन-उपवन,तुम बिन साजन,मिलता कब है चैन।।
डोले अब नैया, तुम्हीं खिवैया, कर दो भव से पार।
हे मेरे गिरिधर,सुन लो प्रियवर,आओ ले अवतार।।

मैं जप-तप करती, सुधि मन धरती, देखूँ प्यारे राह।
इस जग से डरती, नित मन भरती  हरिदर्शन की चाह।।
तुम नाता तोड़ो,या मन जोड़ो, तुमको है अधिकार।
हे मेरे गिरधर,सुन लो प्रियवर, आओ ले अवतार।।

मेरे गिरधारी, कृष्ण मुरारी,जपती नित हूँ नाम।
कान्हा छवि प्यारी,सबसे न्यारी,मानो सुख का धाम।।
मैं तो प्रभु दासी,कबसे प्यासी,आओ पालनहार।
हे मेरे गिरिधर,सुन लो प्रियवर,आओ ले अवतार।।

प्रीति चौधरी"मनोरमा"
जनपद बुलंदशहर
उत्तरप्रदेश

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6 Comments

Mohammed urooj khan

06-Nov-2023 12:06 PM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

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खूबसूरत भाव और अभिव्यक्ति

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Abhinav ji

02-Nov-2023 07:50 AM

Very nice 👍

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