कसम
कसम तुझे तेरे उसूलों की
बंद हो आंख मेरी रोना नहीं
आवाज बंद हो जब मेरी
गमजदा होना नहीं
शिकवा नहीं कोई
हो ना सके तुम मेरे
एहसान एक कर देना
ओढ़ लूं मौत की चादर
उसूल अपने तोड़ना ना
गले लगाया नहीं जीते जी
बाद मरने के
याद मुझे करना ना
कट ही जाएगा
आखिरी सफर हर हाल में
कसम तुझे तेरे उसूलों की
बंद हो आंख मेरी रोना नहीं
कसम तुझे तेरे उसूलों की
खबर मिले
मेरे मरने की गैर से
कसम है
होश ओ हवास खोना नहीं
तेरे चाहने वाले लाखों हैं
मेरे गम में
गमजदा होना नहीं
मौलिक रचना
उदयवीर भारद्वाज
भारद्वाज भवन
मंदिर मार्ग कांगड़ा
हिमाचल प्रदेश पिन 17601 मोबाइल नंबर 94181 87726
Punam verma
11-Nov-2023 08:49 AM
Very nice👍
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Abhinav ji
11-Nov-2023 08:03 AM
Very nice 👍
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Gunjan Kamal
09-Nov-2023 10:51 PM
👏👌
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