Add To collaction

लक्ष्मी माँ

द्वार खड़ी लक्ष्मी मैया, 

वंदन आरती सजाओ।
हाथ में खन-खन रुपइया, 
मंगल आरती सुनाओ।

भृगु पुत्री महालक्ष्मी रूपा,
चराचर की माँ प्राण स्वरूपा,
वैभव सुखदाई धन मैया, 
कर्ज से मुक्ति दिलाओ, द्वार..

माँ अन्नपूर्णा धन्य दात्री, 
अन्न भण्डार भरे सुख दात्री,
गज लक्ष्मी समृद्धि मैया,
अन्न-धन का सुख पाओ, द्वार..

संतान लक्ष्मी माँ मंगल करणी,
संतान सुख से आँचल भरणी,
वीरा लक्ष्मी रण विजया,
अभय वरदान पाओ, द्वार..

विद्या लक्ष्मी “श्री” ज्ञान दायिनी,
कला विज्ञान संगीत प्रदायिनी,
धवल वस्त्र शांति मैया,
बुद्धि ज्ञान फल पाओ, द्वार..

स्वरचित-सरिता श्रीवास्तव "श्री"
धौलपुर (राजस्थान) 

   9
7 Comments

Gunjan Kamal

13-Nov-2023 07:59 PM

👏👌

Reply

Zakirhusain Abbas Chougule

13-Nov-2023 04:21 PM

Nice

Reply

RISHITA

12-Nov-2023 11:39 AM

Nice

Reply