लेखनी प्रतियोगिता -16-Nov-2023
#दिनांक:- 16/11/2023
#शीर्षक:-लक्ष्य प्राप्ति का जुनून
हर एक किरदार के कुनबे में ,
लक्ष्य हौसला दिलाती काव्य लिखने में ,
साहित्य का ह्दय प्रेम है दोस्तो ,
तो खुद को क्यूँ रोकना प्रेम करने में ।
जब आघात लगे दिल को ,
ना रोक पाऊँ खुद को भिगोने में ,
सहज लगता हर किसी को दूसरे का दर्द,
आसान हो जाता घाव को और कुदेरने में ।
संयोग से ज्यादा वियोग का योग करते हैं सब ,
कुण्ठित भावना के बिस्तर पर सोते हैं सब ,
दर्द अथाह, पर झेलने का तरीका पूछते,
गम, सितम विधिवत में दुख उपजे,
ऐसा हवन कराते हैं सब ।
तब उत्पादन होता आह! का,
तब निकलती चीख चीत्कार-सी ,
कलमबंद रही थी हमेशा से कलम,
पर लिखने को आतुर विह्वल हो गई उफान-सी ।
एक बार उठ गई कलम, फिर कभी नहीं रूकती,
अनवरत विकास पर चलती रहती ,
लक्ष्य प्राप्ति का जुनूनी कफ़न बांध
सारे मामलो को अपने में लपेटती रहती |
रचना मौलिक,अप्रकाशित,स्वरचित और सर्वाधिकार सुरक्षित है।
प्रतिभा पाण्डेय "प्रति"
चेन्नई
Reena yadav
16-Nov-2023 09:28 PM
👍👍
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अपर्णा " गौरी "
16-Nov-2023 06:04 PM
Nice
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Gunjan Kamal
16-Nov-2023 05:43 PM
👏👌
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