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लेखनी प्रतियोगिता -20-Nov-2023 "पवित्र रिश्ता"

    पवित्र रिश्ता

कुछ रिश्ते पवित्रता से भी ऊपर होते हैं
नाम नहीं होता उनका फिर भी एक हो सारी उम्र वो जीते हैं 
चांद चकोर के जैसे वो एक दूजे को देख कर जीते हैं
हां कुछ रिश्ते पवित्रता से भी ऊपर होते हैं..!!

बिना ही आहट वो दिल के दर्द समझते हैं
आंखों की पीड़ा को वो पल भर में पढ़ लेते हैं
कर देते हैं सर्वस्व निछावर एक पल नहीं झिझकते हैं
हां कुछ रिश्ते पवित्रता से भी ऊपर होते हैं...!! 

ऐसे रिश्ते ना कसम ना कोई बंदिश से बंधे होते है
जो दर्द समझ सके गहराई से वही पवित्र रिश्ते होते है
गले लगाता तुमको जब चारों ओर तुम्हें गम घेरे होते है
हां कुछ रिश्ते पवित्रता से भी ऊपर होते हैं..!!

उम्र की कोई ना सीमा ना बंधन होते हैं
एक दूजे को खामोशी से समझ सके कुछ ऐसे रिश्ते होते हैं
ना पड़े सोचा कहते वक्त वो इतनी बारीकी से बुने हुए होते हैं
हां कुछ रिश्ते पवित्रता से भी ऊपर होते हैं...!!

मधु गुप्ता "अपराजिता"

✍️✍️✍️✍️







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2 Comments

Gunjan Kamal

22-Nov-2023 03:10 PM

👏🏻👌

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Reena yadav

21-Nov-2023 06:42 AM

👍👍

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