माँ
माँ
शुक्रिया माँ का अदा कैसे करू मै,
मै तो केवल उनकी चरणो के समान हूँ।
शुक्रिया माँ आपने मेरे को इस जहाँ मे लाई,।
मेरे को हाथ पकड़ के चलना सिखाया,
मेरे को पढना सिखाया माँ आप ही तो मेरी पहली गुरु हो
शुक्रिया माँ का अदा कैसे करू मै।
माँ हाथो मे पली-बडी हूँ मै,
मै रोती तो खुद भी रो जाती ,
फिर प्यार से लोरी सुना कर मेरे को सुला कर खुद गीले मे ही सो जाती थी आप ,शुक्रिया कैसे करू मै आपका माँ मै।
माँ आप ही तो मेरी डा़ॅ और टीचर हो,
फिर भी में समझ नहीं पाई,
आपके मन को समझ नहीं पायी
माँ तेरा शुक्रिया अदा कैसे करू
तुमको मेरा बार -बार नमन हैं।
स्वरचित -अजूं सिंह दिल्ली
Shashank मणि Yadava 'सनम'
06-Dec-2023 08:42 PM
सुन्दर सृजन
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Gunjan Kamal
06-Dec-2023 01:31 AM
👏👌
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