Anju singh

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धोखा

प्रतियोगिता के लिये 
विषय - धोखा 
 हर रोज एक धोखा खाया मैने 
जिस पर यकीन किया गया 
सबसे पहले वही धोखा दे रहा है। 
हर कोई अपने आप को अच्छा बताता 
हर किसी की बातें सुन लगता ये इंसान  अच्छा 
पर कुछ ही पल में जब सामने आता सच 
तो धोखे के अलावा कुछ नहीं मिलता हैं। 
किस पर यकीन करे किस पर विश्वास 
समझ नहीं आता है हर और धोखा ही धोखा नजर आता है अब तो 
माना नही समझ सके हम ये दुनिया को 
शायद इस लिए हर और धोखा खा जाते है। 
स्वरचित -अंजू सिंह

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5 Comments

बहुत ही सुंदर

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Gunjan Kamal

13-Dec-2023 05:44 PM

👏👌

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Rupesh Kumar

11-Dec-2023 06:30 PM

शानदार

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