Anju singh

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भक्ति

श्रीराम
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
तम पुंज विनाशक तेजवंत ।
 तुम हो अखण्ड तुम हो अनंत तुम तेजवंत दिनकर समान
काँधे पर शोभित है कमान।

तुम कांतिवान तुम शांतिवान। दुःखों का करते हो निदान 
तुम विप्र वंश के महा सेतु। 
प्रकटे गो ब्राह्मण रक्ष हेतु।

रिपु नाशक हो हे! महावीर। 
तुम क्षीर सिन्धु सम हो गंभीर दीनों की सुनते हो पुकार
तब धारण करते हो कुठार।

तुम दृढ़ प्रतिज्ञ हो विप्र श्रेष्ठ। ऋषियों मुनियों में तुम्हीं ज्येष्ठ तुमने धरती का हरा भार
सारे रिपुओं को मार-मार।

जमदग्नि के पुत्र, तुम महान हो। आप कृपा के सागर, करुणा का खजाना हैं। पिन छाती है, माथा उठा हुआ है। आपका यश शरीर बहुत विशाल है।

     अंजु सिंह दिल्ली

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9 Comments

Rupesh Kumar

18-Dec-2023 06:55 PM

Nice

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Gunjan Kamal

18-Dec-2023 06:34 PM

👌👏

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Alka jain

18-Dec-2023 12:44 PM

Nyc

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