rashmi gupta

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लेखनी प्रतियोगिता -21-Dec-2023

शिक्षक गढ़ता है

शिक्षक गढ़ता अंतर्मन को,
जो वैयक्तीव बन जाता है।
शिक्षक गढ़ता वह प्रकाश,
जो तम को हर जाता है।
शिक्षक गढ़ता वह विचार,
जो परिवर्तन कर जाता है।
शिक्षक गढ़ता एक बीज,
जो कल्प वृक्ष बन जाता है।
शिक्षक गढ़ता एक बूंद ,
जिससे सागर भर जाता है।
शिक्षक गढ़ता शब्द कोश,
जो अभिव्यक्ति बन जाता है।
शिक्षक गढ़ता एक पौध,
जो कानन बन जाता है।
शिक्षक गढ़ता एक पुष्प,
जो गुलशन बन जाता है।
शिक्षक गढ़ता है तृण को,
जो शमसीर बन जाता है।
शिक्षक गढ़ता एक भाव,
जो देश भक्ति कहलाता है।
                        रश्मि

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6 Comments

बेहतरीन अभिव्यक्ति

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Rupesh Kumar

22-Dec-2023 04:12 PM

V nice

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Alka jain

22-Dec-2023 01:49 PM

Nyc

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