Neeraj Agarwal

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लेखनी कहानी -29-Dec-2023

शीर्षक - पशु-प्रेम

आज हम सभी जानते हैं की जीवन में हर किसी से प्रेम हो सकता है और जहां बात पशु प्रेम की हो तो हम पशुओं पर विश्वास भी कर सकते हैं जैसे हमारे पशु में सबसे नंबर एक पर कुत्ता जो की एक वफादार जानवर है और दूसरा घोड़ा वह भी मालिक का वफदार बहुत होता है तीसरे नंबर पर एक पशु गाय जो की पूजनीय भी होती है और हम सब के संकट हरने वाली पशु भी होती है और वैसे तो पशु और भी होते हैं परंतु इन तीन पशुओं को हम भारत में अधिकतर मानते हैं। एक स्कूल कॉलेज में तीन मित्र पढ़ने रानी राजा और रोशनी तीनों में बहुत पक्की मित्रता थी और वह बहुत ही दयालु प्रवृत्ति के थे साथ ही साथ उनके परिवार भी उनका बहुत सहयोग देते थे तीनों मित्र एक दिन आ रहे थे कि रास्ते में एक गटर में से आवाज आती है वह तीनों उसे गटर में देखते हैं तो एक छोटा सा कुत्ते का बच्चा फंसा पड़ा था और वह अपनी जान बचाने के लिए। कु कू कर रहा था। तीनों मित्र एक दूसरे को देखते हैं और फिर सहायता करने के लिए गटर के ढक्कन को उठाने का प्रयास करते हैं। परंतु तीनों बच्चे होते हैं और गटर के ढक्कन को उठा नहीं पाते हैं और तीनों लोग सहायता कर मांगने के लिए आस पड़ोस के लोगों के पास जाते हैं परंतु कोई समय के कारण आने को तैयार नहीं होता है और कोई एक कुत्ते के बच्चे के लिए तुम इतना परेशान हो रहे हो ऐसा कहकर टाल देते हैं परंतु तीनों दोस्त हिम्मत नहीं हारते हैं और वह प्रयास में लग जाते हैं तब एक ट्रैक्टर वाला उनको दिखाई देता है तो वह उसे ट्रैक्टर वाले भाई से मदद के लिए कहते हैं ट्रैक्टर वाला भाई गांव के परिवेश का होता है वह भी हमदर्द के साथ उन बच्चों के साथ कुत्ते के बच्चों को बचाने के लिए गटर के ढक्कन को उठाने में ट्रैक्टर की मदद करता है। और उनकी मेहनत रंग लाती है और गटर का ढक्कन खुल जाता है और ट्रैक्टर पर लगा भाई गटर ढक्कन खोलकर अपने ट्रैक्टर लेकर वहां से चला जाता है तीनों दोस्त कुत्ते के बच्चों को निकाल कर पास में टंकी से निहलाकर और वह उसे कुछ खिला पिलाकर स्वस्थ करते हैं और फिर उसे आज पड़ोस की एक अच्छे से घर के अंदर छोड़ देते हैं और फिर अपने घर की ओर चल पड़ते हैं। बच्चों का कुत्ते के साथ पशु प्रेम वहां के लोगों ने देखा और वह भी उसे पशु प्रेम से प्रेरणा लेकर सड़क पर घायल गाय को मदद के लिए ले जाने लगते हैं इस कहानी से उन तीन बच्चों ने यह प्रेरणा दी कि अगर हम एक कदम उठाते हैं तो दुनिया में लोग जरूर हमारी मदद के लिए आते हैं और पशु प्रेम के साथ-साथ बेजुवान जानवर को अगर हम मदद करते हैं उसे पशु प्रेम से बढ़कर कोई प्रेम नहीं होता है क्योंकि जीवन में हम सब बिना मदद के कुछ नहीं कर सकते हैं। सच सच तो जीवन में पशु प्रेम होता है और पशु प्रेम के साथ-साथ पशु भी वफादार और संग साथ निभाने वाला होता है वैसे तो हमने बहुत से कहानी किस्से पढ़े है आओ हम आज भी पशु प्रेम के साथ पशुओं की मदद और सहयोग करना शुरू कर सकते हैं।

नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र

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7 Comments

Rupesh Kumar

07-Jan-2024 07:06 PM

Nice

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Gunjan Kamal

31-Dec-2023 11:26 AM

👏👌

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Neeraj Agarwal

31-Dec-2023 04:02 PM

🙏

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Shnaya

30-Dec-2023 10:05 AM

Nice one

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Neeraj Agarwal

31-Dec-2023 04:02 PM

धन्यवाद जी

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