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विधाता -03-Jan-2024

प्रतियोगिता हेतु 
दिनांक: 03/01/2023
विधाता 

खेल विधाता का 
आज तक ,
कोई समझ नहीं पाया है।
राई का कैसे बन जाता पहाड़?
इसकी तह तक 
कोई कहां 
पहुँच पाया है।
खेल विधाता का
आज तक ,
कोई समझ नहीं पाया है।

लोगों में बात होती किस्मत की,
सफलता असफलताओं की।
कोई नहीं जानता कल क्या होगा
लोगों में चर्चा होती विधाता की।
विधाता जानता अपने खेल
कोई और नहीं जाने
क्या होगा जीवन में आगे
यही विधाता पहचाने।
खेल विधाता का
आज तक ,
कोई समझ नहीं पाया है।

दोष देना क्या किस्मत को?
जैसा कर्म करेगा वैसा फल पाएगा।
विधाता का खेल सर्वोपरि है जगत में,
कोई कहां 
उसकी तह तक पहुंच पाएगा?
आजतक उसकी लीला भला,
कौन समझ पाया है?
खेल विधाता का
आज तक ,
कोई समझ नहीं पाया है।
जो करता वहीं जानता 
कोई समझ नहीं पाया है।।

शाहाना परवीन "शान"...✍️

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4 Comments

Gunjan Kamal

08-Jan-2024 08:36 PM

बहुत खूब

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Rupesh Kumar

07-Jan-2024 09:54 PM

Nice

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नंदिता राय

06-Jan-2024 09:38 AM

Nice one

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