जीवन
विषय जीवन
सब्र करना सीख लो अधूरा विश्वास होता है जीवन,
अधूरी दास्तां बयां होती नही हर पल ऐसा है जीवन।
क्या कहें हम ख्वाबों का कुछ हिस्सा बनाना ही नहीं,
कुछ हकीकत रूबरू होती कभी कहां चला है जीवन।
आज अधूरी दास्तां सुनाने को तरसता है दिल कितना,
सच पूछो तो इस दिल से शुक्रिया करता है जीवन।
चलता है हर पल राह से होकर गुजरना है हमें कभी तो,
कब कहां कुछ पल साथ हमारा हमारे होता हैं जीवन।
गुजरना हमे हर राह से होकर जब कभी कहीं अकेला,
तो याद करना तुम दुनिया में रहना खुश तुम्हारा जीवन।
बिखरना अब क्या राह में उनके साथ निकलता पल,
अधूरी दास्तां कैसे करें बया हम जब होता अधूरा है जीवन।
अंजू सिंह दिल्ली
Shnaya
10-Jan-2024 02:35 PM
Nice
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Gunjan Kamal
08-Jan-2024 08:30 PM
👏👌
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नंदिता राय
06-Jan-2024 09:31 AM
Nice one
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