साथ निभाना - लेखनी प्रतियोगिता -11-Jan-2024
साथ निभाना
हे कृष्णा
साथ निभाना बन सारथी
जिंदगी के इस रण में
मैं अकेला ही चला हूं इस घने वन में
हे कृष्णा
साथ निभाना बन हौसला
जिंदगी की हर मुश्किल में
मैं अकेला ही चला हूं …………
हे कृष्णा
साथ निभाना बन चेतना
जिंदगी के इस भंवर में
मैं अकेला ही चला हूं…….
हे कृष्णा
साथ निभाना बन साथी
जिंदगी की इस तनहाई में
मैं अकेला ही चला हूं ……
हे कृष्णा
साथ निभाना बनकर खुशी
जिंदगी के हर क्षण में
मैं अकेला ही चला हूं………
हे कृष्णा
संग है सब संगी साथी
बंधे अपनी अपनी परिधियों में
मैं अकेला ही चला हूं………..
हे कृष्णा
एक बस तेरा ही सहारा
जब भी पुकारू आ जाना
मैं अकेला ही चला हूं माया के इस घने वन में ।
🙏🙏🙏🙏🙏
दिलावर सिंह
#प्रतियोगिता हेतु
Sushi saxena
16-Jan-2024 08:22 PM
Nice
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Gunjan Kamal
13-Jan-2024 03:46 PM
👏👌
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Punam verma
13-Jan-2024 09:10 AM
Nice👍
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