Vinita gupta

Add To collaction

चंद्रयान





चंद्रयान भरकर उड़ान पहुँचा चंदा मामा के घर l मामा भी थे बाँह फैलाए आजाओ सब मेरे दर l                
*****************
बहुत हो चुकी लुका-छिपी,अब भेद खुलेंगे सारे, घूमेगे अब साथ तुम्हारे, संग में झिलमिल तारे ,             
पानी की नदियाँ खोजेंगे,और नहाये फिर जी भर l
चंद्रयान भरकर उड़ान पहुँचा चंदा मामा के घर ll
****************
प्राण वायु यदि होगी तुम पर वृक्ष सभी लग जाएंगे, होंगे यदि विशाल सागर तो , पशु पक्षी पल जाएंगे ,
पृथ्वी से तब सैर करेंगे वायु यान में फिर चढ़कर ll
चंद्र यान भरकर उड़ान पहुँचा चंदा मामा के घर ll
*****************
तुम तक आज पहुँच कर, चौड़ी हुई गर्व से छाती, 
इसरो के वैज्ञानिक का श्रम, दुनियाँ जिसको गाती, 
लहराया है आज तिरंगा चंद्र यान से फहर फहर l
चंद्रयान भरकर उड़ान पहुँचा चंदा मामा के घर ll
*******************
विनीता गुप्ता स्वरचित छतरपुर मध्य प्रदेश



   12
3 Comments

Varsha_Upadhyay

20-Feb-2024 06:07 PM

Nice

Reply

Gunjan Kamal

20-Feb-2024 02:30 PM

👏🏻👌🏻

Reply

Mohammed urooj khan

19-Feb-2024 12:05 PM

👌🏾👌🏾👌🏾

Reply